रघुवर सरकार की पहल से देवघर पहुंचने वाले बाबा के भक्तों को अब मिलेगी महानगरों की तर्ज पर सुविधाएं. जी हां जसीडीह रेलवे स्टेशन के कायाकल्प की तैयारी है. स्टेशन के पुराने स्ट्रक्चर को तोड़कर नया बनाया जा रहा है. स्टेशन कई आधुनिक सुविधाओं से भी लैस होगा 


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बाबानगरी देवघर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा में कोई कोर कसर न रह जाए इसके लिए रघुवर सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी के तहत महानगरों की तर्ज पर अब जसीडीह रेलवे स्टेशन का स्वरुप बदला जा रहा है. ताकि बाबा के भक्तों को देवघर पहुंचने में कोई परेशानी ना हो..


इसके लिए स्टेशन के पुराने स्ट्रक्चर को तोड़कर बड़ा सर्कुलेटिंग एरिया बनाया जा रहा है. इसके अलावा 300 से ज्यादा यात्रियों के ठहरने के लिए पड़ाव भी बनाया जा रहा है जिसमें वातानुकुलित विश्राम गृह भी शामिल है. सुरक्षा के मद्देनजर पूरे स्टेशन के आसपास 25 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. स्टेशन परिसर में चार बड़े LED TV भी लगाए जा रहे हैं जिसमें ट्रेनों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकेगी. स्टेशन पर ही चार हाई मास्क लाइट भी लगाए गए हैं पार्क और वाटर फाउंटेन के साथ सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है. 



सरकार की पहल से स्टेशन को आधुनिक बनाने की खबर से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है. इसके लिए लोग सरकार की जमकर सराहना कर रहे हैं. जसीडीह रेलवे स्टेशन को भव्य स्वरुप देने के लिए तेजी से काम जारी है. देवघर एकमात्र ऐसा शहर है जहां तीन रेलवे स्टेशन है - जसीडीह , वैद्यनाथ धाम और देवघर रेलवे स्टेशन. बाकी दोनों स्टेशन को भी जसीडीह की तरह कायाकल्प की तैयारी है . 


(Exclusive Feature)