पारस/लोहरदगा: लोहरदगा के एक ही मजदूर परिवार के चार सदस्यों की तमिलनाडु में संदेहास्पद मौत हो गई. मौत की खबर से लोहरदगा जिले के गम्हरिया गांव में मातम पसर गया है. जानकारी के अनुसार, सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के गमहरिया गांव निवासी अशोक भगत अपने परिवार के साथ तमिलनाडु के क्रेकमोड चाय बागान कंपनी में काम करता था, जहां बीते सात जनवरी को कंपनी क्वार्टर में अशोक भगत और उसके 9 वर्षीय बेटे का शव फांसी के फंदे से झूलता मिला.


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वहीं, अशोक भगत की पत्नी सुमति देवी का शव रसोईघर में खून से लतपथ मिला. क्वार्टर के समीप बने पानी की टंकी में 7 वर्षीय बेटी अनिमा भगत का शव बरामद किया गया है. तमिलनाडु के निलगिडी जिले के कोलाकम्बे थाना क्षेत्र की यह घटना है. बताया जा रहा है कि मजदूर परिवार की संदेहास्पद हुई मौत मामले में चाय बागान की कंपनी का परिजनों के साथ अमानवीय व्यवहार किया तो वहीं तमिलनाडु प्रशासन ने भी शव के पोस्टमार्टम से लेकर लोहरदगा भेजने तक के हिसाब की राशि की पहले मांग की.


इसकी सूचना लोहरदगा पहुंची तो कांग्रेस नेता पवन एक्का ने कुछ सामजिक लोगों से चंदा जमा कर शव को लोहरदगा लाने का खर्च भेजा है. इसके बाद एम्बुलेंस से शव को लोहरदगा लाया जा रहा है. इधर, बेटे की मौत की खबर से गांव में मातम पसरा हुआ है. जबकि लोहरदगा प्रशासन तमिलनाडु की घटना बताकर फिलहाल कुछ बोलने से बच रही है. मजदूर परिवार का शव रविवार की शाम तक लोहरदगा पहुंचेगा. गांव के लोगों को शव को लोहरदगा पहुंचने का इंतजार है. वहीं, लोहरदगा के मजदूर परिवार की हत्या के मामले में कांग्रेस नेता पवन एक्का ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से न्याय की मांग की है.