दो साल बाद फिर से मोराबादी मैदान में होगा रावण दहन, जानिए क्यों है इस बार ये खास
राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोराबादी मैदान में हर साल धूमधाम से रावण दहन आयोजित होता रहा है लेकिन पिछले दो वर्षों से कोरोना (Corona) के चलते लोगों ने रावण दहन का लुत्फ नहीं उठाया है.
Ranchi: राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोराबादी मैदान में हर साल धूमधाम से रावण दहन आयोजित होता रहा है लेकिन पिछले दो वर्षों से कोरोना (Corona) के चलते लोगों ने रावण दहन का लुत्फ नहीं उठाया है. कोरोना के कारण पिछली बार से अलग इस बार खासा उत्साह देखने को मिला.
गौरतलब है कि राजधानी रांची में अनेक जगहों पर रावण दहन किया जाता रहा है लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी रावण दहन कार्यक्रम पर पाबंदी है, जिससे निराश ना होकर रांची के एक बच्चे ने अलग तरीके से रावण दहन कार्यक्रम मनाने का फैसला किया. छोटे बच्चों ने दशहरे का आनंद लेने के लिए अपने घरों के आसपास रावण के प्रतीकात्मक छोटे पुतले बनाकर दहन करने के लिए उसमें पटाखे भर लिए.
दरअसल, रावण के छोटे पुतले बनाने वाले इस बच्चे का नाम केशव अग्रवाल है. केशव रांची के कांके रोड निवासी हैं. वह बताते हैं की उन्हें रावण दहन देखने का बहुत शौक है. जब उन्हें यह मालूम हुआ कि इस बार भी रावण दहन मेले का आयोजन नहीं होगा, तब उन्होंने खुद से एक छोटा सा रावण का पुतला बनाने का निर्णय लिया.
केशव के मुताबिक, उन्होंने अपने घर के समक्ष एक मूर्तिकार से संपर्क किया और 5 फीट का रावण बनाने को लेकर सहयोग मांगा. फिर दोनों ने पूरे परिवार के साथ मिलकर बांस के टुकड़े, पुआल, कपड़े, कागज, पुराने अखबार, रस्सी, और रौशनीवाले पटाखें से एक 5 फीट का रावण बनाया.