Ranchi: संविदा पर रखे गए सहायक पुलिस कर्मियों का रांची के मोरहाबादी मैदान में धरना प्रदर्शन जारी है. रांची के सांसद संजय सेठ (Sanjay Seth) ने भी आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की, इस मौके पर संजय सेठ ने सरकार से संविदा पर रखे गए कर्मियों की सुध लेने की अपील की.


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आंदोलनकारियों की मुख्य मांगें
रांची में धरना प्रदर्शन कर रहे सहायक पुलिसकर्मी (Assitant Policemen) झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) में संयोजन करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, इन्हें आश्वासन दिया गया था कि 3 साल काम करने के बाद इन्हें झारखंड पुलिस में संयोजित कर दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ये न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपए करने की भी मांग कर रहे हैं. इसके अलावा ये बाकी सुविधाएं भी मांग रहे हैं.



सांसद ने सरकार से की अपील
आंदोलनकारियों से मुलाकात के दौरान रांची के बीजेपी सांसद संजय सेठ (BJP MP Sanjay Seth) का कहना था कि ये लोग 4 साल से नक्सली क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं और जल्द ही इनकी सेवा खत्म कर दी जाएगी. सांसद ने कहा कि मेरी मुख्यमंत्री से मांग है कि इन कर्मियों को प्रोजेक्ट भवन, समाहरणालय और नेपाल हाउस (Nepal House) जैसी जगह पर ड्यूटी दी जाए. संजय सेठ ने कहा कि ये अपने बच्चे हैं, इस मिट्टी के बच्चे हैं, योग्यता के नाम पर इनके पास अनुभव है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर 2500 सहायक पुलिस कर्मी कहां जाएंगे?


जारी रहेगा आंदोलन
संविदा के आधार पर बहाल सहायक पुलिस कर्मी अपनी मांगों को लेकर पिछले साल भी मोरहाबादी मैदान (Morabadi Ground) में डटे थे. इनका कहना है कि जब तक इनकी मांग पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वैसे सांसद ने डीजीपी (Jharkhand DGP) और मुख्य सचिव (Jharkhand Chief Secretary) से मिलकर इनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.


(इनपुट-अभिषेक भगत)