Koderma: बिजली (Electricity) की चकाचौंध से जो रास्ता सालों पहले गुलजार हो जाना चाहिए था, वो आज भी अपनी बदकिस्मती के आंसू रो रहा है. सरकार ने बकायदा प्रस्ताव पास कर पैसे भी आवंटित कर दिए, काम भी शुरू हो गया. लेकिन चोरों (Thieves) की मुस्तैदी कहें या पुलिस (Police) की लापरवाही, इस इलाके में अभी तक अंधेरा कायम है.


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चोरों ने काट लिए डेढ़ सौ पोल 
दरअसल कोडरमा (Koderma) के सतगावां तक जो विद्युतीकरण किया गया है, वह काफी पुराना है और जर्जर हो चुका है. ऐसे में इस जंगली रास्ते के सहारे नई विद्युतीकरण योजना (Electrification Plan) का चयन किया गया. तकरीबन 6 करोड़ रुपये की लागत से 22 किलोमीटर विद्युतीकरण का काम किया जाना था. लेकिन चोरों ने लक्ष्य पूरा होने से पहले ही बिजली के 150 पोल काट लिए. जिसके कारण अब बिजली विभाग (Electricity Department) ने भी इस विद्युतीकरण योजना को रद्द कर दिया है और नए विकल्प की तलाश में है.


शिकायत के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
मामले को लेकर विद्युतीकरण योजना का कार्य कर रही कंपनी के द्वारा थाने में शिकायत भी की गई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन चोरों को गिरफ्तार (Arrest) भी किया है. पुलिस के अनुसार चोरी की इस घटना को पिछले तीन-चार महीने से अंजाम दिया जा रहा था.


चोरी के बाद अधर में योजना
दरअसल  22 किलोमीटर तक के जिस रास्ते पर विद्युतीकरण की योजना को पूरा किया जाना था, वह रास्ता जंगली क्षेत्र (Forest Area) से होकर गुजरता है और इस रास्ते में लोगों का आना-जाना भी काफी कम रहता है. सुनसान रास्ते का फायदा उठाकर पिछले 3 से 4 महीने में चोरों ने डेढ़ सौ पोल काटकर निर्माण कंपनी के लाखों रुपये का नुकसान कर दिया है. वहीं योजना के अधर में लटक जाने से सतगावां में नया इलेक्ट्रिफिकेशन प्लान भी ठप पड़ गया है.