Ranchi: रिम्स अस्पताल जो की झारखंड के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है, आज उसकी हालत बेहद खराब है. यहां पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को फर्श पर लेटना पड़ रहा है. रिम्स के प्रबंधन भले ही इसको लेकर लाखों दावे करें लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही सामने आ रही है. 


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बेड ने होने के कारण मरीजों को फर्श पर लिटाया
इलाज में सबसे ज्यादा परेशानी न्यूरो वार्ड में है. इस विभाग में करीब डेढ़ सौ मरीजों को भर्ती करने की क्षमता है. ,जबकि यहां 300 से ज्यादा मरीजों को भर्ती किया जाता है. साथ ही सर्जरी और हड्डी विभाग में भी यही हाल देखने को मिल रहा हैं. मरीजों को फर्श पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है.  ऐसे में रिम्स प्रबंधन ने डायनामिक बेड सिस्टम के तहत फर्श से मरीजों को हटाकर किसी दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने की योजना बनाई थी. इसके अंतर्गत जिस वार्ड में मरीजों की संख्या कम हो गई.  वहां मरीजों को शिफ्ट कर इलाज किया जा रहा है. हालांकि कई महीने बीतने के बाद भी मरीजों को रिम्स में डायनेमिक बेड सिस्टम का लाभ नहीं मिल पा रहा है.  जिसके वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 


डायनामिक बेड सिस्टम पर काम चल रहा
वहीं, दूसरी तरफ रिम्स के पीआरओ आज भी जल्द ही मरीज को सहूलियत देने की बात कर रहे हैं. ,उनका कहना है कि डायनामिक बेड सिस्टम पर काम चल रहा है.  जल्द ही मरीजों को इसका लाभ दिया जाएगा और उन्हें आई वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा जहां मरीजों की संख्या कम है. 


बरहाल रिम्स में लगातार यह समस्या बनी हुई है जिसको दूर करने के लिए रिम्स प्रबंधन लगातार दावे कर रही है.  लेकिन अभी तक रिम्स प्रबंधन के दावे खोखले ही नजर आते दिख रहे हैं. 


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