रांची: CM Hemant Soren meet with Amit Shah:झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली में हैं और राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उनकी पार्टी जे एम एम ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जेएमएम केंद्रीय अध्यक्ष की रांची में पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई बैठक हुई थी. इस दौरान निर्णय के सारे अधिकार शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन को दिए गए थे. इसके बाद जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष और सीएम हेमंत सोरेन ने फैसले से पहले देश के गृह मंत्री से मिलने का निर्णय लिया. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अमित शाह से मुलाकात पर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने दो टूक कहा राष्ट्रपति के नाम पर निर्णय लेने के लिए अमित शाह से मिलना उचित नहीं है.


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सोच-विचार कर लेंगे फैसलाः मिथलेश ठाकुर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात मामले पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री का दिल्ली आना जाना लगा रहता है. देश के राष्ट्रपति का चुनाव काफी अहम चुनाव है. झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है यह पिछडे और दलितों की बड़ी आबादी है. अल्पसंख्यकों की आबादी काफी है. सभी के हित को ध्यान में रखते हुए हमारी पार्टी कोई निर्णय लेगी. राष्ट्रपति के चुनाव का निर्णय सोच-विचार कर राज्य और देश हित में जो निर्णय होगा हम लेंगे. ऐसे व्यक्तित्व को हम लोग राष्ट्रपति चुनने का काम करेंगे जिससे हमारे राज्य की जनता उनका हक और अधिकार मिल सके. 


कांग्रेस नहीं चाहेगी, जेएमएम दे समर्थनः सीपी सिंह
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर निर्णय से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को कांग्रेस उचित नहीं मानती. भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह कहते हैं कांग्रेस के पेट में दर्द होना स्वाभाविक है, कांग्रेस कभी नहीं चाहती कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राजपाल द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करे. वैसे हेमंत सोरेन अमित शाह से मिलने किस परिपेक्ष में गए हैं, यह तो कहना मुश्किल है लेकिन वक्त ही ऐसा है कि अटकलबाजी लगाई जा सकती है. 


उधर भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस पार्टी की औकात नहीं है कि उनके सामने कुछ बोल सके, क्योंकि कांग्रेस को पता है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा क्षेत्रीय पार्टी है. जेएमएम से कांग्रेस का गठबंधन नहीं होता तो कांग्रेस के 1 या 2 से ज्यादा विधायक नहीं होते.


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