Kaimur News: कैमूर जिले डीएम की बैठक में मोहनिया ब्लॉक के प्रभारी प्रधान लिपिक की चक्कर आने के बाद मौत हो गई. दरअसल, जिले के समाहरणालय भभुआ में 8 अप्रैल दिन सोमवार को जिलाधिकारी सावन कुमार के कार्यालय में जिले के सभी प्रधान लिपिको के साथ बैठक बुलाई थी. हालांकि, किसी वजह से बैठक कैंसिल हो गई. लेकिन मोहनिया प्रखंड कार्यालय के प्रभारी प्रधान लिपिक गौरीशंकर विद्यार्थी को यह पता नहीं था कि बैठक आज स्थगित हो गई है. वह बैठक में शामिल होने को लेकर समाहरणालय भभुआ पहुंचे. जैसे ही वह समाहरणालय के सीढ़ी पर चढ़कर डीएम ऑफिस पहुंचने ही वाले थे कि अचानक उनको चक्कर आया और वह वही पर गिर गए. 


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इस दौरान जिलाधिकारी के कार्यालय में तैनात कर्मियों ने इनको उठाकर कुर्सी पर बैठाया, हाथ पर सहलाया और हल्का पंप किया. इसके बाद तुरंत एंबुलेंस की सूचना दी गई. सूचना मिलते ही सदर अस्पताल भभुआ का एंबुलेंस उनको लेकर सदर अस्पताल भभुआ आया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही कैमूर जिलाधिकारी सावन कुमार सदर अस्पताल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली.


मृतक के पुत्र अर्पित कुमार ने बताया कि मेरे पिता एक बैठक में शामिल होने को लेकर समाहरणालय भभुआ आए थे, लेकिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई. पहले से शरीर में दर्द और हार्ट में दर्द की शिकायत थी, उनकी दवा चल रही थी.


समाहरणालय भभुआ के प्रधान लिपिक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि हम लोग के एक सहकर्मी गौरीशंकर विद्यार्थी मीटिंग में शामिल होने को लेकर मोहनिया से समाहरणालय भभुआ आए थे, लेकिन मीटिंग स्थगित हो गई थी. जैसे ही वह सीढी के ऊपर चढ़े उनको चक्कर आ गया गिर गए. जिलाधिकारी कार्यालय में कर्मियों की तरफ से उनका प्राथमिक ट्रीटमेंट देते हुए एंबुलेंस को फोन कर अस्पताल भिजवाया गया. 


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प्रधान लिपिक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि डॉक्टरों ने जांचों बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद आगे की कार्रवाई में हम लोग जुटे हुए है. शव पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंपा जाएगा और सरकार के नियमानुकूल जो प्रक्रिया है उसके अनुरूप उनके परिवार की सहायता की जाएगी.


रिपोर्ट: नरेंद्र जयसवाल