खूंटी : झारखंड के खूंटी जिला के अड़की प्रखंड के कोचांग में एक एनजीओ से जुड़ी पांच लड़कियों के साथ हुए गैंग रेप के मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार पादरी और दो शिक्षक को भी हिरासत में लिया है. पादरियों पर गैंगरेप मामले को दबाने का आरोप है. पुलिस पादरी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकती है.


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सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार से इस मामले में फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की मांग की है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने इस मामले में छह महीने के अंदर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है.


खूंटी के अड़की के कोचांग में पांच युवतियों के साथ हुए गैंगरेप मामले में हिरासत में लिया गए संदिग्धों में चार पादरी भी शामिल हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, गैंगरेप को जहां अंजाम दिया गया वहां मिशनरियों की संस्था थी. 


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गैंगरेप पीड़िता ने वीडियो के सहारे आरोपियों की पहचान की है. इस घटना को तिनतीला गांव निवासी कुशल मुंडा और उसके सहयोगियों ने अंजाम दिया. कुशल मुंडा पीएलएफआई उग्रवादी संगठन का सक्रिय सदस्य है. दुष्कर्म के दौरान बनाए गए वीडियो से आरोपियों की पहचान हुई.


खूंटी दुष्कर्म मामले में विपक्ष ने रघुवर सरकार पर जोरदार हमला बोला है. विपक्ष का कहना है कि गैंगरेप की घटना के बाद रघुवर दास की सरकार को बने रहने का कोई हक नहीं है. नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में अब ऐसी घटनाओं से उन्हें आश्चर्य नहीं होता. हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड अब बलात्कार और भूख से मरने वालों की घटनाओं के लिए ही जाना जाता है.