पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से रांची में मुलाकात के बाद महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं की पहली औपचारिक बैठक सोमवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव के पटना स्थित आवास पर आयोजित की गई. लेकिन इस बैठक में लेफ्ट पार्टीज को नहीं बुलाया गया है जिसे लेकर सियासी गलियारे में हलचल मची हुई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसे मुद्दे पर सीपीआई राज्य सचिव सत्यनारायण ने नाराजगी जरूर जताई है लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि ये मीटिंग तेजस्वी यादव के साथ है और असल मीटिंग तो लालू यादव के साथ होगी. बीजेपी को हराना एक या दो दलों के बस की बात नहीं है. साथ ही सत्यनारायण ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि हम महागठबंधन के साथ हैं.   लेफ्ट पार्टी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी लेकिन गठबंधन में 1 या 2 सीट आगे पीछे हो सकती है.


महागठबंधन की इस मीटिंग में कांग्रेस से शक्ति सिंह गोहिल, मदन मोहन झा, सदानंद सिंह मौजूद हैं तो वहीं, आरजेडी से तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी शिद्दीकि, शिवानंदन तिवारी मौजूद हैं. साथ ही आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा और हम पार्टी से जीतनराम मांझी भी इस मीटिंग में शामिल हुए.


इस बैठक में महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं के बीच आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की 40 सीटों को लेकर आपस में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है. इस बैठक में सभी दलों के बीच औपचारिक सहमति बनने के बाद सीट साझेदारी के फार्मूले को मूर्त रूप दिया जा सकता है.


उल्लेखनीय है कि शनिवार को कुशवाहा, मांझी और शरद यादव रांची जाकर चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात कर चुके हैं. कांग्रेस नेताओं में पार्टी के झारखंड प्रभारी सुबोधकांत सहाय और बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद भी लालू से मिल चुके हैं. माना ये भी जा रहा है कि सीट बंटवारें की घोषणा खरमास के बाद हो सकती है, हालांकि मीटिंग के बाद ही कुछ तस्वीर साफ हो पाएगी.