Bihar Politics: बिहार में बीजेपी की मदद से एक बार फिर से सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार अब दिल्ली पहुंच चुके हैं. यहां वो प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे. नई सरकार के गठन के ठीक बाद सीएम का दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार अपने राजनीतिक भविष्य के लिए 'मोदी की गारंटी' लेने पहुंचे हैं. इससे पहले महागठबंधन छोड़ते वक्त भी नीतीश कुमार ने मोदी का आश्वासन मिलने तक इंतजार किया था. दरअसल, बिहार में बीजेपी के कई नेता ये संदेश में देने में लगे हैं कि सिर्फ 2025 तक ही नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया है. 


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वह अपने समर्थकों को 2025 की तैयारी करने को कह रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी खेमे में चर्चा है कि 2025 का विधानसभा चुनाव में पार्टी पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ेगी. नीतीश कुमार के साथ दोबारा हाथ मिलाने की संभावना पर कई बीजेपी कार्यकर्ता नाखुश हैं. वे लोकसभा चुनाव में मोदी को जिताने के लिए तो काम कर सकते हैं लेकिन विधानसभा चुनाव में नीतीश के लिए शायद ही काम करें. गृह मंत्रालय नहीं मिलने से भी बीजेपी नेता नाराज बताए जा रहे हैं. 


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दरअसल, नीतीश जबतक महागठबंधन सरकार चला रहे थे, बीजेपी उन्हें कानून व्यवस्था पर घेरती रही है. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को 'बिहार का योगी' के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया था. हालांकि, नई सरकार में भी नीतीश कुमार ने गृह मंत्रालय अपने पास ही रखा. अब बिना पुलिस के सम्राट कैसे बिहार को अपराधमुक्त बनाएंगे? राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पीएम मोदी से मिलकर नीतीश कुमार उनसे रिलैक्स रहने वाला मंत्र लेने वाले हैं. इसके अलावा वह बीजेपी के चुनावी चाणक्य यानी अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे. इस दौरान लोकसभा की सीट शेयरिंग पर चर्चा हो सकती है. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर मुख्यमंत्री पुराने गिले-शिकवे को दूर करने का प्रयास करेंगे.