Bihar Politics: बिहार में अब तेजस्वी यादव के 'माई-बाप' (MY-BAAP) पर राजनीति शुरू हो चुकी है. इसकी शुरुआत खुद तेजस्वी ने की है. उन्होंने अपनी जन विश्वास यात्रा (Jan Vishwas Yatra) में मुजफ्फरपुर में कहा कि कुछ लोग कहते हैं हमारी एमवाई (MY) की पार्टी है. हम कहते हैं माई (MY) के साथ-साथ बाप (BAAP) की पार्टी है. जिसके बाद बीजेपी खेमे से बयानबाजी शुरू हो गई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी केवल माई (MY) की पार्टी है, इसलिए तेजस्वी यादव की यात्रा में बस यही दो समुदाय दिखा, BAAP (बहुजन, अगड़ा, आधी आबादी, पुअर) गायब था.


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सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि आरजेडी को जब भी सरकार बनाने का मौका मिला, केवल दो समुदाय का खास ख्याल रखा गया. इसी के तहत संजय यादव को राज्यसभा भेजा गया. पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि तेजस्वी यादव को लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 17 साल पर जनता को बिंदुवार जवाब देना चाहिए. आरजेडी के कुशासन में सड़कें जर्जर थीं, दिनदहाड़े हत्याएं होती थीं, फिरौती के लिए अपहरण होते थे, शाम के बाद बाजार बंद हो जाते थे और गांव लालटेन युग में जी रहे थे.


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वहीं बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने तेजस्वी के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने बिल्कुल सही बात कही है. आरजेडी सही में तेजस्वी के 'माई-बाप' की पार्टी है. बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि तेजस्वी माई-बाप की सही परिभाषा जानते हैं. पहले तो उनके पिता लालू सात साल सीएम रहे, फिर माता सीएम बनीं.


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बीजेपी विधायक ने लालू यादव के कार्यकाल पर हमला करते हुए कहा कि लालू के शासनकाल में बिहार में जंगलराज था. उनके 15 साल के शासनकाल में एक लाख भी सरकारी नौकरी नहीं दी गई. नीतीश ने शुरुआत में ही एनडीए सरकार के समय सात लाख सरकारी नौकरी दी. आरजेडी जब-जब सत्ता में रही लूटने का काम किया गया. यह जब भी सत्ता में आते हैं तो लूटने का काम करते हैं. बीजेपी विधायक ने कहा कि तेजस्वी के इस बात को खारिज करता हूं कि नीतीश के पास विजन नहीं न महागठबंधन से एनडीए में जाने का रीजन है.