Darbhanga Fake Voting Case: मधुबनी लोकसभा सीट पर 20 मई मतदान के दिन फर्जी वोटिंग के दौरान हिरासत में लिए गए चार लोगों का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. पूरे मामले में मधुबनी लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार अशोक यादव ने मीडिया के सामने आए और पूरे मामले को हिन्दू मुस्लिम का रंग घोलते हुए अपने विपक्षी राजद के उम्मीदवार अली अशरफ फातमी के अलावा विधायक रामनिवास और ऋषि मिश्रा पर जमकर बरसे. साथ ही मतदान में बुर्का पहनकर वोट डालने का न सिर्फ विरोध किया बल्कि इसे रोकने की भी मांग उठाई.


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अशोक यादव ने मीडिया से बात करते हुए साफ शब्दों में कहा कि फर्जी मतदान करने के आरोप में कुछ मुस्लिम महिला पुरुष को पुलिस ने हिरासत में लिया और सभी को जाले थाना पर रखा गया था. उसी रात सैकड़ों मुस्लिम लोग देर रात अचानक जाले थाना पर हमला बोल पुलिस हिरासत से सभी आरोपी को जबरन छुड़ा ले गए और वहां भड़काऊ इस्लामिक नारे भी लगाए गए. यह घटना लोकतंत्र और संविधान का चीरहरण जैसा है. ये लोग सभी चीज में जिहाद करने की बात बोलते है. यह घटना भी वोट जिहाद है.


अशोक यादव ने आगे कहा कि सभी चुनाव में मुस्लिम फ़र्ज़ी मतदान करते है और मतदान के दिन बुर्के का भी गलत इस्तेमाल फ़र्ज़ी मतदान में किया जाता है. मतदान के दिन बुर्के पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने पूरे घटना के पीछे मधुबनी के राजद प्रत्याशी अली अशरफ फातमी हाथ बताते सभी के फोन कॉल के डिटेल निकालने और जांच करने की मांग करते हुए विधायक ऋषि मिश्रा और रामनिवास पर भी आरोप लगाते कहा कि जाले थाने से फ़र्ज़ी मतदान को भगा ले जाने में हाथ है. 


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उन्होंने कहा कि इसके बावजूद प्राथमिकी में इन लोगों का नाम नहीं डाला गया यह बड़ा सवाल है? अशोक यादव इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े करते हुए जाले थाना के अध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग की. 


रिपोर्ट: मुकेश कुमार