Chirag Paswan News: लोकसभा चुनाव के बीच एनडीए के साथी और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के एक बयान ने सियासी पारे को बढ़ा दिया है. पीटीआई से बात करते हुए चिराग पासवान ने एक बार फिर से अपने चाचा पशुपति पारस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने चाचा पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया. चिराग ने कहा कि मेरे पिता के निधन के बाद परिवार का सबसे बड़ा सदस्य होने के नाते, यह उनकी (पारस) जिम्मेदारी थी कि वह सभी को साथ लेकर चलें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. चिराग ने साफ कहा कि हमारे रिश्ते में जो दरारें आई हैं, वे बनी रहेंगी.


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लोजपा (रामविलास) अध्यक्ष ने कहा कि मेरे पिता की मृत्यु के तुरंत बाद मेरे चाचा ने अपने नुकीले दांत दिखाने शुरू कर दिए थे. उन्हें डर था कि मेरे पिता की मृत्यु के बाद खाली हुई कैबिनेट सीट के लिए मेरे नाम पर विचार किया जा सकता है, इसलिए उन्होंने विद्रोह किया और अपने विश्वासघात के कृत्य का बचाव करने के लिए हर हथकंडा अपनाया. यह बिल्कुल स्पष्ट था कि उन्होंने यह सब अपनी महत्वाकांक्षाओं के कारण किया था. चिराग ने इस दौरान लालू परिवार और तेजस्वी यादव से अच्छे संबंध बताएं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद के साथ उनके अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं. हालांकि, उन्होंने राजद के साथ संभावनाएं तलाशने की खबरों का खंडन करते हुए इसे सिर्फ अफवाह बताया.


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चिराग ने कहा कि राजनीति के एक छात्र के रूप में मैंने जो पहला सबक सीखा, वह है राष्ट्रीय हितों को अपनी पार्टी या स्वयं के हितों से ऊपर रखना. उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय हित सुनिश्चित करने के लिए नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल मिलना चाहिए. चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी संबंधों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ने उनकी पार्टी और नीतीश कुमार की पार्टी इस बात को अच्छी तरह जानती है कि पीएम मोदी का तीसरा कार्यकाल सुनिश्चित करने के लिए विपक्ष को किसी भी अंदरूनी कलह का फायदा नहीं उठाने देना चाहिए.