INDI Alliance Seat Sharing: लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है, लेकिन इंडी गठबंधन (I.N.D.I.A.) में अभी तक सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. झारखंड में सीटों का गणित सुलझाने के लिए शनिवार (13 जनवरी) को दिल्ली में कांग्रेस-जेएमएम की बैठक हुई. बैठक में भाग लेने के लिए जेएमएम की ओर से परिवहन मंत्री चंपाई सोरन, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और विनोद पांडेय शुक्रवार (12 जनवरी) को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. इन चारों नेताओं ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक की अध्यक्षता में बनी कमेटी के साथ चर्चा की.


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ड्राइविंग सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की दावेदारी ने झारखंड में एक बार फिर सियासत तेज कर दी. बैठक से पहले ही झारखंड मुक्ति मोर्चा ने साफ कर दिया है कि वह बड़े भाई की भूमिका निभाएगी. सूत्रों के मुताबिक, झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से जेएमएम की ओर 7 सीटों पर दावेदारी पेश करने की बात कही जा रही है. हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. जिसमें कांग्रेस को 9 सीटें मिली थी. वहीं जेएमएम के खाते में 5 सीटें गई थीं. हालांकि, कांग्रेस ने अपने खाते के 2 सीटों कोडरमा-गोड्डा को जेवीएम के लिए छोड़ दिया था. 


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झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी तैयारी पूरी है. उन्होंने कहा कि गठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगा और चुनाव के परिणाम भी काफी सकारात्मक आएंगे. बीजेपी पर हमला करते हुए जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि हमारे गठबंधन को देखकर और उसकी ताकत को बीजेपी में बेचैनी और बौखलाहट है. वहीं बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने विपक्षी गठबंधन को भ्रष्टाचारी बताते हुए कहा कि यह कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह बातें तो वक्त के साथ साफ हो जाएगी लेकिन इनका हश्र 2019 वाला ही होगा. 2024 में आएगा तो मोदी ही.