Jitan Ram Manjhi News: केंद्र में एनडीए सरकार में शामिल सारे मंत्रियों के बीच विभाग का बंटवारा हो चुका है. बिहार के भी सभी 8 मंत्रियों को विभाग बांट दिया गया है. गया से सांसद और हम संरक्षक जीतन राम मांझी को जब सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) मंत्रालय सौंपा गया है. जिसके बाद उनकी ही चर्चा हो रही है. बजट के विश्लेषकों का कहना है कि मोदी मंत्रिमंडल में बिहार से शामिल हुए सभी कैबिनेट मंत्रियों पर मांझी भारी पड़ रहे हैं. उनका कहना है कि मांझी के MSME मंत्रालय को 2024-25 के बजट में 22,137.95 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. इतनी बड़ी रकम बिहार के किसी अन्य मंत्री के विभाग को नहीं मिली थी. 


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वहीं पीएम मोदी का ये पसंदीदा विभाग है. यह बात मांझी ने खुद बताई. दरअसल, केंद्रीय मंत्री बनकर अपने संसदीय क्षेत्र गया पहुंचने पर जीतन राम मांझी ने बताया कि हमने अपने विभाग वाला लिफाफा खोला तो चौंक गए. मांझी ने कहा कि MSME मंत्रालय देखकर हमको कुछ समझ नहीं आया और हम माथा ठोकने लगे थे, फिर हम सोचने लगे अरे भाई ये क्या मिला है. मांझी ने आगे कहा कि जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की तो पीएम ने इसे अपना सपना वाला विभाग बताया. पीएम मोदी ने कहा कि मैंने आपको अपनी कल्पना वाला विभाग दिया है. अपना सपना पूरा करने के लिए यह विभाग आपको दिया हूं. मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री से ऐसी बातें सुनकर उनका भ्रम दूर हुआ.


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बता दें कि बिहार में इस बार एनडीए को 30 सीटें मिली हैं. बीजेपी और जेडीयू ने 12-12 सीटों पर जीत दर्ज की तो लोजपा (रामविलास) ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया. हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने गया सीट से जीत हासिल की है. बिहार एनडीए में सिर्फ चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) और जीतन राम मांझी की हम का रिकॉर्ड ही 100 फीसदी रहा. इनको जितनी सीटें मिली थीं, उनपर जीत हासिल की. बीजेपी और जेडीयू के 12-12 और LJPR के 5 सांसद होने के बावजूद मोदी मंत्रिमंडल में जीतन राम मांझी सभी पर भारी पड़ गए हैं. 


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मंत्रालयों के बजट के हिसाब से मांझी सभी पर भारी पड़ रहे हैं. 2024-25 के बजट में MSME मंत्रालय का कुल बजट 22,137.95 करोड़ रुपए का है. गिरिराज सिंह, चिराग पासवान या ललन सिंह के दो मंत्रालय के तहत कुल तीनों विभागों का बजट भी इतना नहीं है. ललन सिंह को मिले पंचायती राज मंत्रालय का बजट 1183.64 करोड़ है. ललन को मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भी मिला है. इसमें मत्स्यपालन विभाग का बजट 2584.50 करोड़ है जबकि पशुपालन और डेयरी विभाग का 4521.24 करोड़ रुपए है. हालांकि, राज्य मंत्री नित्यानंद राय के गृह विभाग का बजट सबसे ज्यादा है, लेकिन इस मंत्रालय को अमित शाह लीड कर रहे हैं.