Bihar Politics: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार का सियासी पारा अभी से सातवें आसमान पहुंच चुका है. आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव ने सोमवार (11 मार्च) को अमित शाह पर कमेंट कर नया बवाल खड़ा कर दिया. लालू के बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पलटवार किया है. बीजेपी नेता मनोज शर्मा ने कहा है कि लालू कई मामलों में फंसे हुए हैं, फिर भी अमित शाह पर टिप्पणी से बाज नहीं आ रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि लालू अगर ईमानदारी से न्यायालय के निर्णयों का अनुपालन करें तो उन्हें अभी कई और वर्ष जेल में काटने पड़ सकते हैं. बता दें कि लालू यादव ने सोमवार को कहा था कि अमित शाह जिस तरह से 2015 में लिफ्ट में फंस गए थे अब फिर से फंस जाएंगे. सोशल मीडिया पर उनका ये बयान काफी वायरल हो रहा है. 


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शाह के साथ कब और कहां हुई थी ये घटना?


लालू ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए जिस घटना का जिक्र किया वह तकरीबन 9 साल पुरानी है. दरअसल, साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पटना में अमित शाह के साथ यह एक्सीडेंट हुआ था. उस वक्त शाह पटना में अपनी पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए पटना आए थे. इसी दौरान वह पटना के राज्य अतिथि गृह की एक लिफ्ट में आधे घंटे तक फंस गए थे. इस दौरान उनके साथ पार्टी के कई दूसरे नेता भी लिफ्ट में मौजूद थे. तब इस घटना की सियासी गलियारे में खूब चर्चा हुई थी. उस वक्त भी लालू यादव ने इस घटना को लेकर अमित शाह पर तंज कसा था. 


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लालू-नीतीश की जोड़ी से हार गई थी बीजेपी


उस चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ 17 साल पुराना रिश्ता तोड़कर लालू यादव संग दोस्ती की नई इबारत लिखी थी. बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में बीजेपी पहली बार बिना नीतीश कुमार की बैशाखी के उतरी थी. वहीं जेडीयू ने राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में लालू-नीतीश की जोड़ी के आगे मोदी मैजिक फीका पड़ गया था और बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. हालांकि, नीतीश कुमार को 2 साल के अंदर ही महागठबंधन से बाहर निकलना पड़ा था और एक बार फिर से उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.