Bihar Floor Test: विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने गुरुवार को बताया कि 12 फरवरी को सदन उनकी अध्यक्षता में ही आयोजित किया जाएगा. इसका कारण है कि वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ एक अविश्वास प्रस्ताव दिया गया है. विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के नियम 179 के अनुसार अगर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होता है, तो मतदान के समय वह अपनी कुर्सी पर नहीं बैठ सकते हैं.


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महेश्वर हजारी ने कहा कि हम सभी चाहे जो भी हों, संविधान के पाबंदी में बंधे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान सिर्फ उनकी अध्यक्षता में होगा. उन्होंने बताया कि परिणाम के आधार पर तय होगा कि चौधरी को दोबारा अपनी कुर्सी पर बैठने का मौका मिलेगा या नहीं. उपाध्यक्ष ने चौधरी से सलाह दी कि वह अपने अनुभव समाजवादी विरासत और सामाजिक सम्मान को याद रखते हुए पद से त्यागपत्र दे दें, ताकि सही संदेश जनता तक पहुंचे. हालांकि, हजारी ने यह भी बताया कि विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा न देने पर पार्टी के नेतृत्व द्वारा दबाव बनाया गया हो सकता है.


उन्होंने बताया कि राजग के विधायकों ने 28 जनवरी को ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना विधानसभा सचिव को दी थी. नियमत: ऐसे प्रस्ताव पर मतदान 14 दिनों के भीतर होता है. इस घड़ी की गतिविधियों के बारे में बातचीत करते हुए हजारी ने कहा कि यह सभी परिणामों पर निर्भर करेगा कि कौन सा मार्ग अगले कुछ दिनों में अपनाया जाएगा. उन्होंने इसे सभी सांसदों और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे आपसी मेलजोल बनाए रखें और प्रत्येक कदम को सावधानीपूर्वक उठाएं.


इसके अलावा सदस्यों के बीच विभाजन की चर्चा करते हुए हजारी ने कहा कि सबको एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए और वे आपसी विश्वास बनाए रखें. उन्होंने बताया कि इस समय में एकजुट रहना महत्वपूर्ण है. 


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