Lok Sabha Election 2024: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बिहार का राजनीतिक पारा सातवें आसमान पर है. चर्चा है कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मारने वाले हैं, तो कुछ लोगों का कहना है कि ये सिर्फ प्रेशर पॉलिटिक्स है. नीतीश एक बार फिर से NDA ज्वाइन करेंगे या I.N.D.I.A. में ही रहेंगे, ये तो भविष्य की गर्त में छिपा है लेकिन पीएम मोदी ने नीतीश कुमार की एक बड़ी भविष्यवाणी को फेल कर दिया है. याद करिए नीतीश कुमार ने पिछले साल जून में लोकसभा चुनावों को लेकर एक भविष्यवाणी की थी. उन्होंने दावा किया था कि मोदी सरकार समय से पहले ही लोकसभा चुनाव करवा सकती है, लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. 


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विपक्षी गठबंधन की दिल्ली बैठक में भी नीतीश कुमार ने कहा था कि चुनावों का ऐलान कभी भी हो सकता है, इसलिए अब थोड़ी जल्दबाजी करनी चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के सांसदों से मुलाकात की थी और उन्हें चुनावी तैयारी पर जोर देने का निर्देश दिया था. हालांकि, नीतीश कुमार की भविष्यवाणी को फेल करते हुए पीएम मोदी अपने कार्यकाल को पूरा करने में जुटे हैं. 


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प्रधानमंत्री ने आज यानी 22 जनवरी को अयोध्या के नवनर्मित राम मंदिर का भी अब उद्घाटन कर दिया है. राम मंदिर के मुद्दे को लेकर अब बीजेपी चुनावी समर में कूदेगी. 1984 में जैसी कांग्रेस की लहर थी, राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर इस बार बीजेपी के पक्ष में भी करीब करीब वैसा ही माहौल महसूस किया जा रहा है. बीजेपी ने अयोध्या में बड़ी भव्यता के साथ राम मंदिर समारोह को सफल बनाकर देश-दुनिया का ध्यान खींचा है, तो वहीं विपक्षी दल उसका बहिष्कार कर रहे हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो इस समय मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकल चुके हैं. राम मंदिर के आगे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पूरी तरह से फीकी नजर आ रही है.


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राम मंदिर के रूप में बीजेपी के घोषणापत्र का एक और बड़ा मुद्दा आज पूरा हो गया है. इसी के साथ 'मोदी की गारंटी' वाली लिस्ट में एक और बड़ा मुद्दा जुड़ गया है. राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पीएम मोदी ने चुनावी शंखनाद कर दिया है. उन्होंने चुनावी पिच सेट कर दी है. अब अगर विपक्ष ने पिच नहीं बदली तो शायद ही मोदी को हैट्रिक लगाने से रोक पाएं.