Bihar Lok Sabha Election 2024: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से 'भूराबाल' पॉलिटिक्स की एंट्री हो चुकी है. मंगलवार (30 अप्रैल) को राजद छोड़ने वाले पूर्व सांसद रामा किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह ने लालू यादव के दशकों पुराने बयान की याद दिलाकर नई बहस छेड़ दी है. राजद छोड़ने के बाद उन्होंने दावा किया कि मैंने पद छोड़ दिया है, क्योंकि पार्टी नीति और सिद्धांत से भटक चुकी है. इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. रामा सिंह ने कहा कि लालू यादव अभी तक 'भूराबाल साफ करो' वाली राजनीति से बाहर नहीं निकल पाए हैं. रामा सिंह ने कहा कि राजद की नीति, राजनीतिक दृष्टिकोण से राज्य हित में नहीं है. इस वजह से जल्दी मोह भंग हो गया


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उन्होंने कहा कि राजद के साथ हमारा वैचारिक मतभेद 30 सालों से रहा, लेकिन बाद में लगा कि राजद की बागडोर अब एक युवा नेता के हाथों में है और इससे व्यवस्थाएं बदली होंगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि राजद पार्टी में पहले की तुलना में कोई बदलाव नहीं आया है. इसकी व्यवस्था पहले से अधिक चौपट हो गई है. दूसरी ओर सियासी गलियारों में चर्चा है कि रामा सिंह वैशाली या शिवहर से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन पार्टी ने उन्हें दोनों में से किसी भी सीट से टिकट नहीं दिया. इससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है. हालांकि, रामा सिंह ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. फिलहाल, तीसरे चरण से ठीक पहले उनके जाने से राजद अध्यक्ष लालू यादव को बड़ा झटका लगा है. 


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रामा सिंह ने साफ कहा है कि राजद के खिलाफ जो भी उम्मीदवार चुनावी मैदान में होंगे, वह उनका समर्थन करेंगे. बता दें कि रामा किशोर सिंह 2020 में विधानसभा चुनाव से पहले राजद में शामिल हुए थे. उस वक्त राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने इसका विरोध भी किया था. हालांकि, तेजस्वी ने उनकी सुनी नहीं थी. इसके कारण अपने निधन से कुछ ही दिन पहले रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी से नाता तोड़ लिया था. रामा सिंह 2014 में लोजपा की टिकट से वैशाली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी.