RJD Candidates List: लोकसभा चुनाव के लिए लालू यादव की पार्टी राजद ने मंगलवार (9 अप्रैल) को अपने हिस्से की 22 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, बस सिवान सीट को रोक लिया गया है. राजद ने लिस्ट जारी करने के साथ बताया कि सभी उम्मीदवार लालू यादव के निर्देशन से शामिल किए गए हैं. हालांकि, इस लिस्ट पर सियासत शुरू हो गई है. लिस्ट में लोग अब तेजस्वी यादव के MY-BAAP को खोजने में जुटे हैं और सवाल उठा रहे हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुस्लिम-यादव (MY) की पार्टी वाली छवि तोड़ने के लिए आरजेडी को माय (MY)-बाप (BAAP) की पार्टी बताते रहे हैं.  BAAP को उन्होंने बी से बहुजन, ए से अगड़ा, ए से आधी-आबादी यानी महिलाएं और पी से पुअर यानी गरीब बताया था.


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वहीं राजद के 22 उम्मीदवारों में 8 यादव, 4 दलित, 3 कुशवाहा, एक कुर्मी, 2 मुस्लिम, एक भूमिहार, एक राजपूत, एक ईबीसी और एक वैश्य है. लालू यादव ने ब्राह्मण और कायस्थ को अछूत बना दिया तो वहीं मुसलमानों को भी पर्याप्त मौका नहीं दिया है. इसी कारण से राजद के कोर वोटर माने जाने वाले मुसलमान समाज के लोग ही नाराज हो गए हैं. अब्दुल रकीब नोमानी नाम के एक यूजर ने आरजेडी प्रवक्ता कंचन यादव के एक्स पोस्ट पर लिखा कि ये आरजेडी की सूची नहीं है बल्कि आरएसएस कार्यालय से आई सूची है. जिनमें मुसलमानों को राजनीतिक रूप से अपंग बनाया गया है. उनको राजनीतिक हिस्सेदारी से वंचित किया गया है. सूची देखकर लग रियो आरजेडी इस बार भी शून्य.


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राजद उम्मीदवारों को अगर जातियों की आबादी के साथ मिलाकर देखें तो राजद के कोर वोटर यानी यादव-मुस्लिम (MY समीकरण) में भी भेदभाव देखने को मिल रहा है. बिहार में यादवों की आबादी 14.26 फीसदी है, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जा रहा है. लालू ने 36.36 फीसदी यादव को आरजेडी ने टिकट दिया है. वहीं 17.7 फीसदी मुस्लिम आबादी होने के बाद भी टिकट में 9.09 मुस्लिम को हिस्सेदारी मिली है. राजद की लिस्ट से साफ जाहिर हो रहा है कि लालू यादव अब खुद ही अपने नारे 'जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी' का पालन करते नहीं दिख रहे हैं.