Bihar Politics: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार में इन दिनों राजनीतिक भूचाल आया हुआ है. कहा जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन से नाराज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही पाला बदलने वाले हैं और एक बार फिर से बीजेपी से हाथ मिलाने वाले हैं. एनडीए में सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तो बकायदा अपने विधायकों को पटना में ही रहने के निर्देश जारी किए हैं. नीतीश की एनडीए में वापसी पर उपेंद्र कुशवाहा का भी बड़ा बयान सामने आया है. कुशवाहा ने इस तरह की अटकलों को खारिज करने की जगह और हवा दे दी है. 


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कुशवाहा ने कहा कि राजनीति में संभावना हमेशा खुली रहती हैं. संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि राजद के साथ उनका अननैचुरल रिश्ता है. रालोजद अध्यक्ष ने दावा किया कि राजद के लोग रोज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तंग करते हैं. राजद अध्यक्ष लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनाना चाहते हैं. कुशवाहा ने दावा किया कि नीतीश कुमार अंदर से परेशान हैं. जदयू के नेता मुख्यमंत्री को जो फीडबैक दे रहे हैं वह महागठबंधन के खिलाफ है.


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उधर जीतन राम मांझी ने तो एक्स पर बदलाव की तारीख भी घोषित कर दी है. उन्होंने लिखा कि दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनीतिक हालात पर मेरी नजर है. राज्य के राजनीतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि जो भी हो, राज्यहित में होगा.