Bihar Politics: बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर चरम पर है. एक तरफ बिहार में विपक्ष नीतीश सरकार के जल्द गिरने की आशंका जता रहा है तो वहीं कई नेता इस बात की तरफ भी इशारा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मार सकते हैं और लोकसभा चुनाव से पहले वह पाला बदलकर NDA में शामिल हो सकते हैं. इस सब के बीच बिहार में नीतीश कैबिनेट में तीन मंत्रियों के विभाग आनन-फानन में बदले गए जिसके बाद विपक्ष नीतीश कुमार के इस फैसले को लेकर भी बयानबाजी कर रहा है. 


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बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर की शिक्षा विभाग से विदाई हो गई है और उसकी जगह पर सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग संभाल रहे आलोक मेहता को इस विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. नीतीश के इस फैसले पर जमकर सियासत हो रही है. अब बता दें कि नीतीश के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बयान दिया और साफ कहा कि नीतीश कुमार के सामने लालू यादव ने घुटने टेक दिए हैं. 


उन्होंने कहा कि कल तक राजद के नेता यही कहते फिर रहे थे कि लालू जी की दया से नीतीश कुमार बिहार में मुख्यमंत्री हैं. लेकिन, अब परिस्थिति देखिए लालू यादव ने नीतीश कुमार के सामने घुटने टेक दिए हैं. चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग छीन लिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार की यही बारगेनिंग क्षमता है. 


उन्होंने आगे कहा कि राजद के कोटे के तीनों मंत्रियों के भले विभागों की अदला-बदली हुई है लेकिन नीतीश कुमार ऐसे ही दबाव बनाते हैं. उन्होंने ऐसा माहौल बना दिया है मानो मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो...जो मैं पहले से कहता रहा हूं. ऐसे में लालू जी को इससे घबराहट हुई है और तेजस्वी और लालू दोनों त्राहिमाम कर रहे हैं. 


वैसे नीतीश पर गिरिराज सिंह हमलावर नजर नहीं आए उन्होंने जमकर तेजस्वी और लालू पर ही इस दौरान निशाना साधा. उन्होंने लालू और कांग्रेस के सामने नीतीश को ताकतवर तक बता दिया. इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने इशारों में कह दिया कि अगर नीतीश NDA में आते हैं तो उनका स्वागत होगा. 


उन्होंने आगे कहा कि जिस नीतीश कुमार ने लालू जी के अंदर डर पैदा कर दिया कि वह भाजपा में जा सकते हैं तो फिर उनके सामने कांग्रेस कौन सी ताकतवर है बिहार में. वैसे उन्होंने एक बात जरूर कही की नीतीश के लिए वैसे तो भाजपा के सारे दरवाजे बंद हैं लेकिन फिर भी लालू जी को डर है कि कही वह भाजपा में ना चले जाएं.