मनीष कश्यप (Manish Kashyap) अब भाजपा में शामिल हो गए हैं और ऐलानिया तौर पर बोल दिया है कि वह अब पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट (Pashchim Champaran Lok Sabha Seat) से चुनाव नहीं लड़ेंगे. इससे पहले मनीष कश्यप ने ऐलान किया था कि वह निर्दलीय यहां से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने उन्हें मना लिया है और वे बाकायदा भाजपा में शामिल हो गए हैं. अब सवाल यह है कि क्या मनीष कश्यप की तर्ज पर भाजपा नेता मनोज तिवारी, भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह (Pawan Singh) को मना पाएंगे. पवन सिंह काराकाट लोकसभा सीट (Karakat Lok Sabha Seat) से निर्दलीय मैदान में हैं और इससे रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा वाली सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.


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पवन सिंह ने इन सब मामलों को लेकर खुद ही बयान दिया है. पवन सिंह ने साफ कर दिया है कि मनोज तिवारी उनके बड़े भाई की तरह हैं और ​भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में उनका काफी सहयोग मिलता रहा है. हालांकि चुनाव लड़ने के सवाल पर पवन सिंह का कहना है कि पिछले लंबे समय से वे मनोज तिवारी के संपर्क में नहीं हैं. 


काराकाट से चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर पवन सिंह ने कहा, मैंने अपनी मां को वचन दिया है और मां के वचन के सामने कोई अन्य बात नहीं टिक सकती. पवन सिंह ने यह भी कहा कि काराकाट की जनता की सेवा के लिए उनकी मां ने जिम्मेदारी दी है, लिहाजा पीछे हटने का सवाल ही नहीं होता. 


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आपको बता दें कि काराकाट सीट से एनडीए प्रत्याशी के रूप में उपेंद्र कुशवाहा भाग्य आजमा रहे हैं. उन्हें भाजपा और जेडीयू का समर्थन हासिल है. वहीं, महागठबंधन की ओर से भाकपा माले प्रत्याशी राजाराम सिंह मैदान में हैं. कांग्रेस और राजद का समर्थन उन्हें प्राप्त है. अब देखना यह है कि काराकाट की जनता किसे चुनकर लोकसभा में भेजती है.