मधेपुरा: मधेपुरा के बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय में रिजल्ट घोटाले को लेकर छात्र नेताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, बिहार में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मधेपुरा के बी.एन.मंडल यूनिवर्सिटी का एक अजीबो गरीब दास्तां सामने आया है. बता दें कि मंडल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा परिणाम को विश्वविद्यालय के UMIS पोर्टल पर अपलोड तो कर दिया गया है, लेकिन प्रकाशित रिजल्ट पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक का फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया है.


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इस मामले का खुलासा तब हुआ जब इस परीक्षा में शामिल 370 छात्रों में से 97 छात्र छात्राओं को अनुतीर्ण घोषित किया गया है. जिसके बाद कई छात्र संगठनों के नेताओं ने इस रिजल्ट पर सवाल खड़ा कर विश्विद्यालय के शाख पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. वहीं छात्र नेताओं की माने तो बीएनएमयू में पीएचडी रैकेट एक्टिव है जो छात्रों का शोषण कर रहा है. पीएचडी कोर्स वर्क के परिणाम में बड़े पैमाने पर अनियमितता और धांधली की बू आ रही है. जहां 370 छात्र,छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे, वहीं 98 छात्रों को फेल कर दिया गया है. जबकि बीएनएमयू में कार्यरत कई अधिकारियों के पत्नी और बच्चे को उत्तीर्ण कर दिए गये हैं. छात्र नेताओं का मानना है कि बीएनएमयू के स्थापना काल से ही आज तक कभी इतने बड़ी संख्या में कोर्स वर्क में छात्र फेल नहीं हुए हैं तो निश्चित रूप से इसबार बड़े पैमाने पर रिजल्ट में धांधली बरती गयी है.


विश्वविद्यालय परिषर में ही छात्र नेताओं ने रिजल्ट की प्रतिलिपि को जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया और विश्वविद्यालय कुलपति और कुलसचिव पर कई गंभीर आरोप लगाये. वहीं इस मामले को लेकर जब जी मीडिया ने परीक्षा नियंत्रक से सवाल पूछा तो बी.एन.मंडल यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक प्रो.शशिभूषण ने रिजल्ट प्रकाशन को लेकर अपनी अनभिज्ञता जाहिर किया है. परीक्षा नियंत्रक का मानना है कि कुछ निजी कारण से मैं कोर्स वर्क परीक्षा से दूर रहा था. रिजल्ट पर नियंत्रक के हस्ताक्षर की बात पर उन्होंने कहा कि वो फेसीमाईज साईन है, मुझे इसकी जानकारी बाद में मिली. हालांकि परीक्षा नियंत्रक के इस बयांन के बाद से पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा परिणामों पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. इतना ही नहीं बीएनएमयू के शाख पर भी प्रश्न चिन्ह उत्पन्न हो रहा है, वैसे बीएन मंडल विश्विद्यालय स्थापना काल से विभिन्न समस्याओं को लेकर सवालों घेरे खड़ा रहा है अब ताजा मामला रिजल्ट घोटाला से जुड़ा है.


इनपुट- शंकर कुमार


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