रांची: मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) के शिकार तबरेज अंसारी के परिवार से मिलने रांची पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को विरोध का सामान करना पड़ा. शहर के कचहरी चौक पर लगे उनके पोस्टर पर अज्ञात लोगों ने कालिख पोत दी है. इतना ही नहीं सुबह दस बजे प्रस्तावित उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी हंगामा हुआ.


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ओवैसी ने खुद को मोहराबादी मैदान स्थित होटल के कमरे में बंद कर लिया. होटल के बाहर और अंदर कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी है. तबरेज अंसारी के परिवार ने ओवैसी से मुलाकात की.



इससे पहले इस मामले पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि तबरेज अंसारी को सात घंटे न सिर्फ पीटा गया है, बल्कि उससे जबरन बुलवाया भी गया. अगर उसको नहीं पीटा जाता तो उसकी मौत होती क्या? उन्होंने कहा है कि झारखंड में बीजेपी की सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ऐसे लोगों से सियासी आकाओं को मदद मिलती है.


हाल ही में तबरेज अंसारी हत्याकांड मामले में झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि पुलिस को एफएसएल (FSL) से मिले बिसरा जांच रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हृदय गति रुकना बताया गया था, लेकिन परीक्षण प्रतिवेदन में हृदय गति रुकने का कारण स्पष्ट नहीं था. इस कारण पुलिस ने उच्च चिकित्सा संस्थान (MGM) के विशेषज्ञ चिकित्सकों से मृत्यु के स्पष्ट कारण की मांग की थी.


एमजीएम के विशेषज्ञ चिकित्सकों के बोर्ड ने जो जांच रिपोर्ट दी है, उसमें बताया गया है कि भीड़ द्वारा पीटे जाने से हड्डी टूटी थी. हड्डी टूटने की वजह से रक्तस्राव हार्ट चेम्बर सहित कई अंगों तक फैला. इस वजह से कार्डियक अरेस्ट हुआ और पीड़ित की मौत हुई. इसके बाद सभी आरोपियों पर धारा 302 के तहत पूरक आरोप पत्र समर्पित किया गया है.