पार्टी निर्माण को लेकर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, कहा-लोकतांत्रिक तरीके से होगा फैसला
जन सुराज पदयात्रा के 32वें दिन प्रशांत किशोर ने लौरिया प्रखंड समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले का अधिवेशन बेतिया में होगा.
Bettiah: जन सुराज पदयात्रा के 32वें दिन प्रशांत किशोर ने लौरिया प्रखंड समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले का अधिवेशन बेतिया में होगा. वहां, जिले के सभी लोग जो जन सुराज अभियान से जुड़े हैं, वो उपस्थित रहेंगे और लोकतांत्रिक तरीके से वोटिंग के माध्यम से तय करेंगे कि दल बनना चाहिए या नहीं. इसके अलावा पश्चिम चंपारण जिले के सभी बड़ी समस्यायों पर भी मंथन कर उसकी प्राथमिकताएं और समाधान पर निर्णय लिया जाएगा. प्रशांत किशोर ने लोगों को बताया कि पदयात्रा के दौरान जिन गांवों और पंचायतों से वो गुजर रहे हैं, वहां की समस्यायों का संकलन भी करते जा रहे हैं.
अगर पार्टी बनती है तो लोगों के सुझावों का रखा जाएगा ध्यान
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि, "अगर दल बनता है तब उसके संविधान में क्या-क्या होना चाहिए. इसको लेकर लोग सुझाव दे रहे हैं. लोगों ने सुझाव दिया है कि अगर दल बनता है तो 10 प्रतिशत टिकट पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े लोगों को दिए जाएं. एक और सुझाव है कि यह संविधान में लिख दिया जाए कि दल में किसी को 2 टर्म से ज़्यादा मौक़ा नहीं मिले, ताकि नए लोगों को अवसर मिलता रहे.
उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह के कुछ और सुझाव आए हैं. एक सुझाव ये है की ''Right to Recall'' का भी प्रावधान हो. अगर कोई प्रतिनिधि जीत कर जाने के बाद ठीक से काम नहीं कर रहा है और जनमत उसके विरोध में है तो 25 प्रतिशत जनता से लिखवा कर पार्टी उन्हें मजबूर कर सके की, वो अपना इस्तीफ़ा दें. मगर अभी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. यह सब तब तय होगा जब पार्टी बनाने का फैसला होगा. राज्य स्तर के सम्मेलन में इन बातों को सब के बीच रखा जाएगा.
10 गांवों का किया भ्रमण
आज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 6 पंचायतों के 10 गांवों का भ्रमण किया. इस दौरान पदयात्रा 17 किमी चलकर लौरिया से योगापट्टी गई. पदयात्रा कटैया पंचायत से निकल कर दोनवार, सिसवा भूमिहार, सिसवा बैरागी, पिपरहिया होते हुए योगापट्टी प्रखंड के सेमरी गांव स्थित पदयात्रा शिविर पहुंची, जहां पदयात्रियों ने रात्रि भोज और विश्राम किया.