मुजफ्फरपुर: Bihar News: पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई है और दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई है. घटना मुजफ्फरपुर शहर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र पोखरिया पीर के अंबेडकर नगर की है. जहां करीब आधा दर्जन लोगों ने जहरीली देसी शराब पी थी. जिसके बाद जहरीली शराब पीने से दो लोगो की मौत हो गई और वहीं दो अन्य की आंखों की रोशनी चली गई है.


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इस घटना के बाद एक बार फिर पूरे शहर में हड़कंप मच गया और लोग इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं. आखिर शहरी क्षेत्र में शराबबंदी वाले बिहार में देसी शराब कैसे आ गया और पुलिस और उत्पाद विभाग की इतनी बड़ी फौज क्या कर रही थी. फिलहाल पुलिस प्रशासन की टीम अपने स्तर से जांच पड़ताल में जुटी है. लेकिन, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की जहरीली शराब ने मुजफ्फरपुर शहर में दो लोगों को मौत की नींद में सुला दिया. वहीं दो लोगों के आंखों की रोशनी चली गई है.


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स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ और लोग हैं जिन्होंन उस दिन शराब का सेवन किया था. लेकिन, वह सब अभी कहां है इसका पता नहीं है. स्थानीय लोगों की मानें तो आंकड़ा बढ़ सकता है. जहरीली शराब पीने से 50 वर्षीय उमेश साह और 32 वर्षीय पप्पू राम की मौत हो गई है, जबकि 45 वर्षीय राजू साह और 26 वर्षीय धर्मेंद्र राम की रोशनी चली गई है. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस शराब बेचने के आरोप में दो महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जबकि शराब पीने से जिन दो लोगों की आंख की रोशनी गई है उसे पुलिस अपने हिरासत में लेकर ईलाज के लिए एसकेएमसीएच ले गई है. 


जिसकी आंखों की रोशनी गई है दोनों लोगों ने बताया कि उन्होंने शराब पी थी. उसके बाद उसकी आंख की रोशनी चली गई है. स्थानीय लोगों की मानें तो यहां पर शाम होते ही ताड़ी की दुकान से लेकर स्थानीय शराब भेंडर शराब का कारोबार करने लगते हैं. अगर पुलिस ने इसको लेकर कारवाई की होती तो यह घटना नहीं होती. आपको बता दें यह वही जगह है जहां दो वर्ष पूर्व पुलिस शराब कारोबारियों पर छापेमारी करने पहुंची थी. तब स्थानीय कारोबारियों ने पुलिस पर हमला बोला था और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया था. 


मणितोष कुमार