Kurhani By Election: जानिए कौन हैं केदार गुप्ता, जिन्हें भाजपा ने कुढ़नी से बनाया अपना प्रत्याशी
Kurhani By Election: केदार गुप्ता 2015 से लेकर 2020 तक कुढ़नी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. इन्होंने ही 2015 में मनोज कुशवाहा को हराया था जो वहां से 10 साल तक सिटिंग विधायक थे
पटना/मुजफ्फरपुरः Kurhani By Election: आगामी महीने में कुढ़नी में होने जा रहे विधान सभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां बनी हुई हैं. इसी बीत तय प्लान के मुताबिक, भाजपा ने कुढ़नी से बीजेपी प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है. भाजपा ने केदार गुप्ता को चुनाव के लिए टिकट दिया है. राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने इसकी जानकारी दी है.
कौन हैं केदार गुप्ता, जानिए खास बातें
केदार गुप्ता 2015 से लेकर 2020 तक कुढ़नी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. इन्होंने ही 2015 में मनोज कुशवाहा को हराया था जो वहां से 10 साल तक सिटिंग विधायक थे. केदार गुप्ता को 2020 में आरजेडी के अनिल साहनी ने हराया था. अनिल साहनी का टिकट घोटाले में नाम आया है जिसमें दोषी करार होने के बाद उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया. वहीं पर पांच दिसंबर को अब चुनाव हो रहा है और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे. महागठबंधन की तरफ से कुढ़नी विधानसभा की सीट जदयू के खाते में गई है और जदयू ने यहां से पूर्व मंत्री और 10 साल तक विधायक रहे मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है.
पहले भी हो चुका है आमना-सामना
महागठबंधन की ओर से इस सीट पर जदयू के उम्मीदवार के तौर पर मनोज कुमार सिंह कुशवाहा को टिकट मिली है. साल 2015 विधानसभा चुनाव में जदयू की ओर से बतौर महागठबंधन प्रत्याशी मनोज और भाजपा के केदार गुप्ता का तब आमने-सामने रह चुके हैं. 2015 में केदार गुप्ता को 73227 वोट मिले थे. वहीं जदयू के मनोज कुमार सिंह (कुशवाहा) के हिस्से 61657 मत आए थे. इस तरह से 11570 मतों से जदयू कैंडिडेट मनोज सिंह की हार हो गई थी.
भाजपा ने कही ये बातें
मुज़फ़्फ़रपुर के कुढ़नी उपचुनाव को लेकर मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचे बीजेपी की ओर से नामांकन समारोह में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और सीट के बंटवारे में कही कोई किंतु परन्तु नही है. इस राष्ट्रीय पार्टी का स्टेट से लेकर केंद्र तक निर्णय और बिचार होता है. ये कोइ व्यक्तिवाद या परिवारवाद की पार्टी नही है, जो उठकर किसी को घोषित कर दे. उन्होंने ने कहा कि टिकट बंटवारे में थोड़ा विलम्ब हुआ है.
रिपोर्ट- मणितोष कुमार