Manish Kashyap: यूट्यूबर मनीष कश्यप 10 जुलाई को बेतिया कोर्ट में होंगे पेश, समर्थन में लगे पोस्टर
तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ हो रही हिंसा की खबरों को यूट्यूब चैनल के माध्यम से चलाने के मामले में बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप अभी तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद हैं. बता दें कि इसी मामले में मनीष कश्यप के खिलाफ बिहार में भी कई मामले दायर हैं.
YouTuber Manish Kashyap: तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ हो रही हिंसा की खबरों को यूट्यूब चैनल के माध्यम से चलाने के मामले में बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप अभी तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद हैं. बता दें कि इसी मामले में मनीष कश्यप के खिलाफ बिहार में भी कई मामले दायर हैं. आपको बता दें कि ऐसे में मनीष कश्यप को 26 जून को बेतिया कोर्ट में पेश होना था लेकिन उसकी पेशी नहीं हो पाई, अब मनीष कश्यप को 10 जुलाई को बेतिया कोर्ट में पेश करना है.
वहीं अब बिहार के बेतिया में जगह-जगह यूट्यूबर मनीष कश्यप के समर्थन में पोस्टर लगे हुए हैं. बता दें कि बेतिया में कई जगहों पर मनीष के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं.
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बता दें कि बेतिया कोर्ट में पेश करने के लिए मनीष कश्यप को तमिलनाडु के मदुरई स्थित सेंट्रल जेल से बिहार के बेतिया कोर्ट में लाना होगा. बता दें कि मनीष कश्यप को 26 जून को इसलिए अदालत में पेश नहीं किया जा सका क्योंकि तब पर्याप्त पुलिस सुरक्षा नहीं मिल पाई थी.
मनीष कश्यप के समर्थन में बेतिया में लगे पोस्टरों पर लिखा गया है कि बिहार को 'बिहार का बेटा वापस दे दो. बिहार के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सभी गरीबों, असहायों, माताओं-मबहनों के सत्य की आवाज मनीष कश्यप को लौटा'.
बेतिया में लगे पोस्टर में मनीष कश्यप को सन ऑफ बिहार की जगह उम्मीद ऑफ बिहार लिखा गया है. इसके साथ ही उसे गरीब-मजदूर और मजबूर की आवाज कहा गया है. बता दें कि 26 जून को बेतिया कोर्ट में मनीष कश्यप को नहीं पेश हो पाने के बाद केंद्रीय कारा मदुरई के अधीक्षक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मनीष कश्यप को अदालत के सामने पेश करने का अनुरोध किया था, अदालत ने इस अनुरोध को सिरे से खारिज कर दिया था, अदालत ने तब साफ कहा था कि किसी भी अभियुक्त को पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नहीं पेश किया जा सकता है.