पटनाः आरएलएसपी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को एक और बड़ा झटका लगा है. हाल ही में आरएलएसपी कार्यकारी अध्यक्ष पद से नागमणि को बर्खास्त कर दिया था. वहीं, कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन का समय दिया था. लेकिन तीसरे दिन पूरे होने से पहले ही नागमणि ने आरएलएसपी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. यही नहीं नागमणि ने उपेंद्र कुशवाहा पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


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नागमणि सिंह ने इस्तीफा की घोषणा के बाद उपेंद्र कुशवाहा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कुर्कमों में गलती से मैं भी शामिल हो गया था. मुझे बिहार की जनता से अब माफी मांगना होगा. नागमणि ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा केवल अपने लिए राजनीति करते हैं. वह केवल अपने स्वार्थ के लिए लोगों का उपयोग करते हैं.


उन्होंने कहा कि जगदेव बाबू मेरे पिता थे और उनके कार्यक्रम में मेरा जाना कोई गलत नहीं था. लेकिन मुझपर आरोप लगाया गया. इसलिए उन्होंने जगदेव बाबू का अपमान किया है. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी हत्या की साजिश को लेकर मुझसे जबरन कहवाया गया कि जैसे जगदेव बाबू की मौत हुई उसी तरह उपेंद्र कुशवाहा को मारने की साजिश रची गई. उन्होंने कहा कि उन्हें इसके लिए भ्रमित किया गया.


वहीं, उपेंद्र कुशवाहा पर टिकट बेचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि माधव आनंद को टिकट देने का फैसला पैसे के लिए किया था. कुशवाहा ने कहा था कि पार्टी को लोकसभा चुनाव में लड़ने के लिए पैसा चाहिए. इसलिए उन्होंने 9 करोड़ रुपये लेकर टिकट दिया. जबकि पार्टी के अंदर इसके लिए उनका विरोध किया गया था, जिसके बाद भी उपेंद्र कुशवाहा ने ऐसा काम किया.


उन्होंने कुशवाहा के शिक्षा पर आंदोलन को नौटंकी बताया, उन्होंने कहा कि यह केवल नौटंकी है. उन्होंने शिक्षा के लिए मंत्री रहते खुद ही कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि ऐसे कुकर्मों में गलती से मैं भी साथ था. मुझे जनता से माफी मांगनी होगी.


उन्होंने थाना में गिरफ्तारी को लेकर कहा कि यह पूरी तरह से नौटंकी थी. केवल जनता को दिखाने के लिए गए थे. जबकि सारी चीजें पहले से ही तय थी. और बेल बांड भी तैयार थी. लेकिन थाने से बाहर निकालने के बाद कहा कि उन्हें पुलिस ने छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से नौटंकी है.



वहीं, उन्होंने महागठबंधन से अपील करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को काराकट से टिकट जरूर दे. उन्हें औकाद पता चल जाएगी. काराकट की जनता उन्हें क्षेत्र में घुसने नहीं देगी. उन्होंने कहा कि वह खुद सीएम बनने का ख्वाब देख रहे हैं. हमने भी कहा था लेकिन पता नहीं था कि यह इतना झूठा और धोखेबाज इंसान है.


वहीं, अब नागमणि ने आगे का रास्ता तय करने को लेकर कहा कि इस पर विचार किया जाएगा. हम अपने समर्थक और कार्यकर्ताओं की राय के अनुसार आगे का रास्ता तय करेंगे. हालांकि उन्होंने जेडीयू में जाने से इनकार नहीं किया है. 


(इनपुटः शैलेंद्र)