Nalanda News: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए काफी सख्ती से काम किया, लेकिन उनके जाने मात्र की खबर से प्रदेश के शिक्षक अपने पुराने ढर्रे में ढलते जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से सामने आया है. यहां का प्लस टू मध्य सह उच्च माध्यमिक विद्यालय सोसंदी आजकल काफी सुर्खियों में है. यहां हेडमास्टर की कुर्सी के लिए दो शिक्षकों में चल रही तनातनी से विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में जा रहा है. दरअसल, वर्तमान एचएम निशात आलम पर नए हेडमास्टर उदित नारायण को चार्ज नहीं देने का आरोप है. इतना ही नहीं उनपर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा है. 


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नए हेडमास्टर उदित नारायण का कहना है कि डीईओ द्वारा उन्हें पदस्थापन के लिए निर्मित पत्र दिया गया, लेकिन वर्तमान हेडमास्टर निशांत आलम को यह बात रास नहीं आई. उनका कहना है कि शिक्षक निशांत आलम अब विद्यालय के हेडमास्टर पद से हटना नहीं चाह रहे हैं. उन्होंने उनके (नए हेडमास्टर के) चरित्र को खराब करने के लिए विभाग को पत्र भेज दिया है. नए प्रधानाध्यापक उदित नारायण ने स्कूल में कई तरह के घोटाले की आशंका भी जताई है. नए प्रधानाध्यापक के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी वर्तमान हेडमास्टर पर घोटाला करने का आरोप लगाया है.


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ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान हेडमास्टर निशांत आलम ने छात्राओं से नैपकीन और अन्य योजनाओं के जरिए पैसा देने का लालच देकर सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए हैं. इसको लेकर ग्रामीणों ने उनके खिलाफ विरोध भी प्रदर्शन किया है. फिलहाल, इस पूरे विवाद में विद्यालय के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी नालंदा से गुहार लगाते हुए विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.


रिपोर्ट- ऋषिकेश