झारखंड के सांसदों को है मंत्री पद की आस, दिल्ली से रांची तक हो रही शिष्टाचार मुलाकात
2014 में झारखंड से दो मंत्री बनाए गए थे, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए तीन मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है.
रांचीः झारखंड में एनडीए ने लोकसभा चुनाव 2019 में शानदार नतीजे दिए हैं. जाहिर है केंद्र में बनने वाली सरकार झारखंड को मंत्री पद से भी नवाजेगी. 2014 में झारखंड से दो मंत्री बनाए गए थे, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए तीन मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है. राज्य में चुने गए नवनिर्वाचित सांसदों को भी इस बात का उम्मीद है. यही वजह है कि चुनाव परिणाम आने के साथ ही लाबिंग शुरू हो गई है.
सांसद बधाई के बहाने रांची से दिल्ली तक साधने में जुटे हैं. लेकिन बीजेपी के नेताओं की माने तो मंत्री बनाने का विषेशाधिकार प्रधानमंत्री को है और आखिरी निर्णय वही लेंगे.
लोकसभा चुनाव में झारखंड में भी एनडीए ने बेहतर प्रदर्शन किया और इसी को लेकर झारखंड की दावेदारी केंद्र सरकार में अधिक बनती दिख रही है. बीजेपी नेताओं की मानें तो उन्हें उम्मीद है कि पिछली बार केंद्र सरकार में झारखंड से दो सांसदों को मंत्री बनाया गया था. लेकिन इस बार उससे अधिक तीन मंत्री बनाए जा सकते हैं.
सामाजिक परिस्थितियों और आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी तमाम विषयों को ध्यान में रखते हुए मंत्री का चयन करेगा. वहीं, मंत्री सीपी सिंह की मानें तो हजार अटकलें लगाए जाएंगे लेकिन अटकलों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. प्रधानमंत्री खुद सक्षम है निर्णय लेने के लिए और सही निर्णय लेंगे.
पिछले लोकसभा चुनाव में भी झारखंड से भाजपा के 12 सांसद चुने गए थे और राज्य के कोटे में दो मंत्री पद आए थे. जयंत सिन्हा और सुदर्शन भगत को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया था. इस बार झारखंड का मंत्री पद का कोटा कुछ बढ़ सकता है. एक मंत्री सामान्य सीट से तो दूसरा जनजातीय सीट से हो सकता है. सामान्य सीट पर जयंत सिन्हा के अलावा अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ, निशिकांत दुबे व पीएन सिंह मजबूत दावेदार मानें जा रहे हैं.
एनडीए कोटे से राज्य सरकार के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी को भी नकारा नहीं जा सकता. जयंत सिन्हा ने शुक्रवार को जीत के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनके आवास में शिष्टाचार मुलाकात की. इस मुलाकात को उनके मंत्री पद की दावेदारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. संजय सेठ मुख्यमंत्री रघुवर दास के करीबी माने जाते हैं. उन्होंने गुरुवार रात ही मुख्यमंत्री का आशीर्वाद ले लिया है. अन्नपूर्णा देवी भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव के संपर्क में हैं तो सुनील सिंह राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह के संपर्क में है.