मोतिहारी: आमतौर पर लोग उगते सूरज को नमस्कार करते हैं, लेकिन छठ महापर्व (Chhath Puja) एक ऐसा पर्व है जहां लोग डूबते हुए सूर्य की पूजा करते हैं. प्रकृति का यह महापर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. विदेशों में रहने वाली पूर्वांचल के लोग भी छठ महापर्व मनाते हैं. छठ महापर्व की महानता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मोतिहारी में सात समुंदर पार से सरोतार गांव की बहू रीना सिंह छठ पर्व करने के लिए ससुराल पहुंची.


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एनआरआई (NRI) राकेश पांडेय की पत्नी लंदन में रहती हैं, लेकिन छठ पर्व में उनकी आस्था. यही कारण है कि लंदन की चकाचौंध से दूर आज वह मोतिहारी के एक गांव में छठ पूजा कर रही हैं. बहू को अपने घर-आंगन में देख एनआरआई पांडेय की मां मंगल गीत गा रही है.


गांव में सात-संमदर पार से आई एनआरआई बहू के स्वागत में गांववालों ने भी कोई कमी नहीं रहने दी. इसबार गांव के छठ घाटों को खूब सजाया जा रहा है. एनआरआई बहू भी इस निर्जला उपवास को करने के बाद काफी खुश है.


रीना सिंह पहली बार छठ पूजा कर रही हैं. खुद अपने हाथों से पारम्परिक ठेकुआ से लेकर खीर और रोटी बना रही हैं. कहा भी गया है लोग चाहे जितनी दूर चले जाएं पर उनका संस्कार और अपनी मिट्टी की खुशबू उन्हें वतन बुला ही लेता है.