पलामू: अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के विपरीत झारखंड वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में तीन बाघ मौजूद हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य के इस बाघ अभयारण्य में एक भी बाघ नहीं हैं. 


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इस रिपोर्ट को पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी किया गया था, जिसमें बताया गया था कि झारखंड राज्य की सीमाओं के इलाकों में बाघों की संख्या कुल पांच है, लेकिन पलामू रिजर्व में एक भी बाघ नहीं है. 


 



पलामू रिजर्व, प्रोजेक्ट टाइगर के तहत चुने गए मूल नौ रिजर्व का एक हिस्सा है. प्रधान मुख्य वन रक्षक संजय कुमार ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि जून से अक्टूबर 2018 के बीच कोई बाघ कैमरे में कैद नहीं हो पाया था, लेकिन फरवरी 2019 में दो बाघिन और एक बाघ को पलामू टाइगर रिजर्व में देखा गया. 


उन्होंने कहा कि वन विभाग को पैरों के निशान मिले हैं, जिसका मतलब यह है कि रिजर्व में दो और अन्य बाघ भी मौजूद हो सकते हैं. वन अधिकारियों ने दावा किया कि सारंडा और हजारीबाग वन क्षेत्रों में बाघों की मौजूदगी है. 2014 की रिपोर्ट में रिजर्व में तीन बाघों की मौजूदगी बताई गई थी. (इनपुट IANS से भी)