रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन के राजतिलक का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. रविवार दोपहर 2 बजे हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हेमंत सोरेन सरकार के शपथ ग्रहण में देश के बड़े-बड़े मेहमान आ रहे हैं.


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हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के बहाने पूरा विपक्ष अपनी एकजुटता दिखाने की पूरी कोशिश करेगा. हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में रांची में विपक्ष का महाजुटान होगा. इस मौके पर विपक्ष अपनी ताकत का प्रदर्शन करने की तैयारी में है.


हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी नेता शरद पवार,  कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, यूपी के दो पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन सरीखे नेता हेमंत सोरेन के मंच पर मौजूद रहेंगे.


हेमंत सोरेन के राजतिलक के बहाने विपक्ष का महाजुटान होगा और देश में एक नई राजनीति की पटकथा को लेकर चर्चा होगी. हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह के बहाने राजनीति किस दिशा में जाएगी ये देखने वाली बात होगी.


वहीं, अगर हेमंत सोरेन के मंत्रीमंडल की बात की जाए तो माना जा रहा है कि झारखंड में कुल 12 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. सूत्रों का कहना है कि जेएमएम की ओर से जहां छह मंत्री होंगे. वहीं, कांग्रेस को चार से पांच मंत्री और एक विधानसभा अध्यक्ष का पद मिल सकता है. जेएमएम की ओर से अनुभवी स्टीफन मरांडी, चंपई सोरेन और बैद्यनाथ राम का नाम तय माना जा रहा है. 


स्टीफन और चंपई जहां पुराने नेता हैं. वहीं बैद्यनाथ एक मात्र अनुसूचित जाति (हरिजन) कोटे से आते है. ये तीनों पहले झारखंड के मंत्री रह भी चुके हैं. बैद्यनाथ स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, मद्य एवं निषेध मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. पलामू प्रमंडल में इनकी अच्छी पकड है.