पटना: दशकों से लंबित अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया. कोर्ट ने मंदिर निर्माण का आदेश दिया है. अयोध्या प्रकरण (Ayodhya Verdict) का बिहार से भी नाता रहा है. पहले तो पटना साहिब से वर्तमान सांसद और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में राम जन्म भूमि मामले में वकालत की थी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील ने जिस नक्शे को फाड़ दिया उसे पूर्व आईपीएस अधिकारी और पटना के महावीर मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष किशोर कुणाल की लिखी किताब Ayodhya Revisited से निकालकर अदालत में पेश किया गया था.


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फैसला आने के बाद किशोर कुणाल की नेतृत्व वाली महावीर मंदिर न्यास समिति ने राम मंदिर निर्माण में 10 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है.


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समिति के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने कहा कि न्यास समिति की तरफ से हर साल 2 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर जल्द मंदिर बनता है तो मदद की राशि बढ़ा दी जाएगी.


साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या में समिति की ओर से भोजशाला भी खोला जाएगा. रामलला के दर्शन करने वालों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसी महीने भोजशाला शुरू हो सकती है. उन्होंने बताया कि आठ नवंबर को समिति की ओर से अयोध्या में राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई है.