Vastu Tips For Wall Clock: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सारी चीजें हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव डालती हैं और इसमें से एक घड़ी भी महत्वपूर्ण है. घड़ी में भी विशेष प्रकार की ऊर्जा होती है, जो हमारे जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. यहां हम वास्तु के नियमों के अनुसार सही तरीके से घड़ी लगाने के विचार करेंगे.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार बता दें कि कभी भी मुख्य दरवाजे के ऊपर घड़ी नहीं लगानी चाहिए, यह वास्तु के अनुसार अच्छा नहीं है. इससे घर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो सकती है और इससे सदस्यों को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं. अगर घड़ी कहीं टूट गई है, तो उसे भी घर में नहीं रखना चाहिए, बल्कि तुरंत मरम्मत करवा देना चाहिए.


दक्षिण दिशा में दीवार पर घड़ी लगाना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिशा यम की होती है और इसे शुभ नहीं माना जाता है. बंद हुई घड़ी को भी तुरंत बाहर निकाल देना चाहिए, क्योंकि वास्तु के अनुसार, रुकी हुई घड़ी बुरे समय को दर्शाती है. घड़ी पर कभी भी धूल नहीं जमने देनी चाहिए, क्योंकि यह तरक्की में रुकावट डाल सकता है. कुछ लोग घड़ी का समय थोड़ा आगे बढ़ाकर रखते हैं, लेकिन वास्तु के हिसाब से यह ठीक नहीं है. समय को कभी भी आगे या पीछे नहीं बढ़ाना चाहिए. वास्तु के अनुसार यदि घड़ी का समय गलत है, तो आपका समय भी ठीक से नहीं चलेगा. घड़ी को हमेशा सही समय पर ही रखना चाहिए.


दीवार पर घड़ी लगाने के लिए सबसे अच्छी दिशा उत्तर दिशा है, जिसे कुबेर का क्षेत्र माना जाता है. इसे लगाने से घर में धन और समृद्धि का संचार होता है. अगर आप उत्तर दिशा में घड़ी नहीं लगा सकते हैं, तो पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं, जो भी धन और समृद्धि को बढ़ावा देती है. पेंडुलम वाली घड़ी भी शुभ मानी जाती है, जो तरक्की को बढ़ावा देती है. गोल आकार की घड़ियां सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं और घर में पॉजिटिविटी को बढ़ाती हैं. आप वास्तु के नियमों का सही तरीके से पालन करके घड़ी को अपने घर में शुभ ऊर्जा का स्रोत बना सकते हैं, जो आपके जीवन को सुखमय बना रखेगा.


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