पटना: पटना में छठ महापर्व के अवसर पर जिला प्रशासन पूरी तैयारी में जुटा है. श्रद्धालुओं और छठव्रतियों की सुविधाओं के लिए इस बार कई कदम उठाए गए हैं. पटना नगर निगम क्षेत्र में घाटों पर अस्थायी शौचालय, यूरिनल, चेंजिंग रूम, नल और पानी के टैंकर जैसे इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन ने 512 अस्थायी शौचालय और 450 यूरिनल स्थापित किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. 185 नल और 50 पानी के टैंकर भी लगाए गए हैं ताकि साफ पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो. इसके साथ ही 37 चापाकल और 20 सबमर्सिबल मोटर व पीवीसी टैंक भी लगाए गए हैं.


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प्रशासन के अनुसार छठ पर्व के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए 97 नियंत्रण कक्ष और 13 सहायक नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 154 वॉच टावर भी बनाए गए हैं, जिससे घाटों की निगरानी आसानी से की जा सके. छठ पूजा मुख्य रूप से गंगा नदी के 550 घाटों पर की जाती है, जिसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के 102 घाट शामिल हैं. इसके अलावा, शहर के 45 पार्क और 63 तालाबों में भी छठ पूजा के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं.


साथ ही किसी भी आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 8 टीमें (200 सदस्य) और एसडीआरएफ की 14 टीमें (56 सदस्य) तैनात की गई हैं. सुरक्षा के लिए 333 गोताखोर और 306 नावों के साथ सिविल डिफेंस के 168 वोलंटियर्स भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा, नदी में पेट्रोलिंग की जाएगी ताकि नावों का अवैध संचालन रोका जा सके और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके. पटना जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि इस छठ पर्व पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.


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