Ballia News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बड़ा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक महिला का 10 साल पहले पति खो गया था. जिला अस्पताल में शुक्रवार (28 जुलाई) को उसे एक मानसिक विक्षिप्त (पागल) दिखाई दिया, तो वो फूट-फूट कर रोने लगी. उसने तुरंत अपने बेटे से कहा कि एक कुर्ता ले आओ, पापा मिल गए. महिला जिसे अपना पति मानकर महिला भावुक हो गई थी अब उस मामले में नया मोड़ आ गया है. वह जिसे अपना पति समझकर घर ले आई थी, वो तो कोई और ही निकला. ये पूरा मामला जनपद बलिया के सुखपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत देवकली कस्बे का है. 


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दरअसल, जानकी ने जब घर आकर उस युवक को नहलाने-धुलाने का प्रयास किया तो उसे समझ आ गया कि वह उसका पति मोतीचंद नहीं है. जानकी को उस युवक के शरीर पर वो निशान नहीं मिला, जो उसके पति मोतीचंद के था. इस पर जानकी समझ गई कि ये शख्स उसका पति मोतीचंद नहीं है. फिर उस शख्स के बारे में पता लगाया गया तो मोतीचंद नगरा थाना क्षेत्र का राहुल निकला. इसके बाद राहुल के परिजनों से गांव के प्रधान और कुछ लोगों ने संपर्क किया और राहुल के परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया.


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बता दें कि शुक्रवार (28 जुलाई) को अस्पताल के बाहर मानसिक रूप से विक्षिप्त नजर आ रहे राहुल की बाल और दाढ़ी बेतरतीब ढंग से बढ़ी हुई थी. वो अस्पताल के बाहर मैले-कुचैले कपड़े पहने बैठा हुआ था. जानकी ने उसे अपना पति मोतीचंद समझ लिया था. राहुल के चेहरे से धोखा खाते हुए वह उसको देखकर भावुक हो गई थी. वह उसके बाल संवारते, शरीर को साफ करती हुई नजर आ रही थी. महिला इस दौरान रोते बिलखते हुए स्थानीय बोली में कहती नजर आ रही थी कि 10 साल पहले लापता हो गए थे. इतने दिनों से कहां थे? क्यों चले गए थे? जैसे सवाल एक साथ पूछती नजर रही थी. हालांकि, वह शख्स कुछ भी बोल नहीं रहा था, गुमसुम ही बैठा हुआ था.