पटना : KK Pathak: बिहार शिक्षा विभाग के अर मुख्य सचिव केके पाठक के इस्तीफे की खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी. केके पाठक अभी कुछ दिनों पहले ही अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर 16 जनवरी तक छुट्टी पर गए थे. तभी सूचना आई की उन्होंने इस्तीपा दे दिया है. हलांकि बिहार में दूसरे चरण के शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम आ गया है और 13 जनवरी को पटना के गांधी मैदान जहां सीएम नीतीश कुमार मौजूद रहेंगे सहित प्रदेश के सभी जिलों में सरकार के मंत्रियों के द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटा जाएगा. लेकिन, पहले ही कहा गया था कि पटना में होनेवाले इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार के साथ मंच पर केके पाठक मौजूद नहीं रहेंगे. 


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अब जानिए केके पाठक के इस्तीफे की खबर कैसे फैली. दरअसल बिहार में अधिकारियों के लिए यह संहिता यानी गाइडलाइन है कि अगर कोई अधिकारी किसी अहम पद पर तैनात है और लंबी छुट्टी पर जाना चाहता है तो उसे अनुसूची संख्या 53 के तहत फॉर्म नंबर 202 भरना होगा. इसमें वह जितने लंबे समय तक छुट्टी पर जाएंगे. उन्हें पद का परित्याग करना पड़ेगा ताकि कोई अन्य अधिकारी उस पद का कार्यभार संभाल सके. ऐसे में जब छुट्टी पर गए अधिकारी वापस लौटेंगे तो वह फिर से अपना पद संभालने के लिए प्रपत्र भरकर देंगे. 



केके पाठक ने भी छुट्टी पर जाने के समय ऐसा ही पत्र भरा जिसमें उल्लेख उन्होंने स्वेच्छा से पद से परित्याग की बात लिखी है. जिसके बाद उनके इस्तीफे की खबर तेजी से वायरल होने लगी. इस पत्र में केके पाठक ने खुद हस्ताक्षर भी किए हैं और कई विभागों के अधिकारियों को भी इस पत्र में रखा गया है. 


इसके बाद क्या था केके पाठक के पद से स्वेच्छा से परित्याग को उनका इस्तीफा समझ लिया गया और यह पत्र तेजी से वायरल हो गया. जबकि इस पत्र की कॉपी शिक्षा विभाग के निदेशक के द्वारा राज्य के सभी प्रमुख पदाधिकारियों को भेजा गया है. इसी पद में उन्होंने लिखा है कि वह अपने पद का स्वतः परित्याग कर रहे हैं.