Chandrayaan 3 Success: कट्टर दुश्मन पाकिस्तान के नेता भी हुए इसरो के दीवाने, फवाद चौधरी ने तो बोल दी ये बड़ी बात
Former Pakistan Minister Fawad Chaudhry: फवाद हुसैन चौधरी ने एक ट्वीट करते हुए भारत को शुभकामनाएं दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि चंद्रमा पर #Chandrayaan3 के उतरना #ISRO के लिए कितना बड़ा क्षण है. मैं इसरो के अध्यक्ष श्री सोमनाथ के साथ कई युवा वैज्ञानिकों को इस क्षण का जश्न मनाते हुए देख सकता हूं.
Chandrayaan 3 Success: चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारतीय चंद्रयान 3 ने साफ्ट लैंडिंग कर ली है. चांद पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा और चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश है. दक्षिण ध्रुव पर पहुंचकर भारत ने तो वो मुकाम हासिल कर लिया, जो दुनिया के शक्तिशाली देश अमेरिका, रूस और फ्रांस के अलावा चीन भी हासिल नहीं कर पाए. अब दुनिया भर में भारत और भारतीय वैज्ञानिकों के कौशल की तारीफ की जा रही है. दुनिया तो छोड़िए, हमारा कट्टर दुश्मन देश पाकिस्तान के नेता भी भारत और इसरो की तारीफ में कसीदे गढ़ रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन चौधरी, जिन्होंने 2019 में चंद्रयान2 की विफलता पर इसरो और भारत का मजाक उड़ाया था, अब हमारी प्रतिभा के आगे नतमस्तक हो गए हैं.
फवाद हुसैन चौधरी ने एक ट्वीट करते हुए कहा, चंद्रमा पर #Chandrayaan3 के उतरना #ISRO के लिए कितना बड़ा क्षण है. मैं इसरो के अध्यक्ष श्री सोमनाथ के साथ कई युवा वैज्ञानिकों को इस क्षण का जश्न मनाते हुए देख सकता हूं. फवाद हुसैन चौधरी ने कहा, केवल सपनों वाली युवा पीढ़ी ही दुनिया को बदल सकती है... शुभकामनाएं.
फवाद हुसैन ने इससे पहले कई बार इसरो का मजाक उड़ाया था, लेकिन बुधवार को उनका बदला अंदाज नजर आया. उन्होंने चंद्रयान 3 के लिए भारत को बधाई देते हुंए अपने देश की सरकार से अनुरोध किया कि चंद्रयान 3 की लैंडिंग का पाकिस्तान में लाइव टेलीकास्ट कराया जाए.
फवाद हुसैन ने चंद्रयान 3 को मानव जाति के लिए ऐतिहासिक पल करार दिया और भारत और भारत के वैज्ञानिकों को बधाई दी. चंद्रयान 3 जब 14 जुलाई को लांच किया गया था, तब भी फवाद चौधरी ने भारत के अंतरिक्ष मिशन और वैज्ञानिकों को बधाई दी थी.
दूसरी ओर पाकिस्तानी अखबार डॉन ने लिखा है, चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती शक्ति और उसके उद्भव का प्रतीक है. डॉन लिखता है कि रूसी मून मिशन लूना 25 के फेल होने के कुछ ही दिनों बाद भारतीय मून मिशन ने सफलता के झंडे गाड़ दिया है, जो काफी महत्वपूर्ण है.