कहीं आप बिना AIS के तो नहीं फाइल कर रहे हैं रिटर्न? जानें कैसे बढ़ जाएगी आपकी मुसीबत
आयकर विभाग की तरफ से करदाताओं के लिए हाल ही में एक ऐप लॉन्च किया गया था. इस ऐप के जरिए जहां टैक्सपेयर्स 46 तरह के लेन-देन की जानकारी जहां अपने मोबाइल फोन पर पा सकते हैं.
AIS For Taxpayer : आयकर विभाग की तरफ से करदाताओं के लिए हाल ही में एक ऐप लॉन्च किया गया था. इस ऐप के जरिए जहां टैक्सपेयर्स 46 तरह के लेन-देन की जानकारी जहां अपने मोबाइल फोन पर पा सकते हैं. वहीं इस ऐप के जरिए आसानी से अपने आयकर को दाखिल कर सकते हैं.
यह एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट या फिर टैक्सपेयर इंफार्मेशन समरी में जो भी जानकारी आप उपलब्ध कराएंगे या जो पहले से उपलब्ध होगी उसे अपने मोबाइल फोन पर देख सकेंगे. यह ऐप गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से फ्री में डाउनलोड करने की सुविधा दी गई है. इस ऐप के जरिए आप जहां कई सूचनाओं को एक साथ देख पाएंगे वहीं फोन पर इसके लिए अपनी प्रतिक्रिया भी दे सकेंगे. बता दें कि इस AIS में करदाता के पूरे वित्त वर्ष के सभी सोर्स से हुई कमाई का पूरा लेखा-जोखा रहता है. वहीं TIS में करदाता के कुल आयकर के दायरे में आनेवाली कमाई की पूरी जानकारी होती है.
ऐसे में अगर आप आयकर दाता हैं तो यह खबर आपके लिए बड़े काम की है. अगर आपने इस खबर को गौर से पढ़ा तो आप कई मुसीबतों से बच जाएंगे. ऐसे में सबसे पहले तो अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने में जल्दबाजी दिखाने की जरूरत नहीं है. क्योंकि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरने की तारीख 31 जुलाई हो गई है. आयकर विभाग आयकरदाताओं को इस अवधि में ITR फाइल करने के लिए उत्साहित कर रहा है. इस वजह से पिछले कुछ वर्षों में आयकर दाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है.
इसके साथ ही आयकर विभाग की तरफ से करदाताओं के लिए आसान आयकर रिटर्न की व्यवस्था के लिए कई प्रयास किए गए हैं. ऐसे में आप आयकर रिटर्न भरने से पहले हुए बदलावों को जान लें नहीं तो आपकी परेशानी बढ़ जाएगी. विभाग की मानें तो AIS और TIS के जरिए करदाताओं के द्वारा आईटीआर फाइलिंग में पारदर्शिता आएगी. इसे टैक्सपेयर्स अपनी परेशानी से भी बच जाएंगे. साथ ही पर्याप्त सूचना के होने के कारण किसी भी तरह की परेशानी से आयकर दाता बचे रहेंगे. इससे गलतियों की संभावना कम होगी. ऐसे में जब तक आपके पास AIS नहीं हो तो आप अपने आप को आयकर रिटर्न भरने से बचाएं. नहीं तो आपके और AIS के आंकड़ों में अंतर आ सकता है और आपकी परेशानी बढ़ सकती है.
वैसे अभी AIS की अपडेट डाटा उपलब्ध नहीं है लेकिन भरोसा जताया जा रहा है कि मई के पहले हफ्ते में यह उपलब्ध होगा. इस AIS में आपके हर तरह के आय के स्त्रोत से हुई कमाई का पूरा ब्यौरा होता है. इससे आयकर दाता को अपने टैक्सेबल इनकम की पूरी जानकारी मिल जाती है. बता दें कि इसे अब अनिवार्य बना दिया गया है. पहले यह केवल जांच के लिए चलाया गया था.