पटना: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं. लेकिन इस एकजुटता में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी बाहर होती दिख रही है. दरअसल, नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली देने की योजना पर सवाल उठाए हैं.


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'केजरीवाल की फ्री बिजली देने पर उठाए सवाल'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'बताईए कोई कैसे मुफ्त बिजली दे सकता है? मुफ्त बिजली कही से सही नहीं है.' मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुछ लोग अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. बिजली खरीद रहे हैं महंगी और मुफ्त बिजली देंगे. कुछ लोगों का कोई काम नहीं है.'


'मुफ्त बिजली का कोई मतलब नहीं'
नीतीश कुमार ने कहा, 'मुफ्त बिजली की मांग हमसे भी कहा गया लेकिन, यह नहीं की. सब्सिडी जरूर दे रहा हूं.' मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि लोगों को बिजली की कीमत को समझनी चाहिए. बिजली के बारे में लोगों को जानकारी होनी चाहिए. मुफ्त बिजली का कोई मतलब है.


AAP ने भी उठाए थे सवाल
इसके पहले सीएम के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिहार को घेरा था. दिल्ली से अधिक गंदा और प्रदूषित शहर बिहार के कई शहरों को बताया था. जिसके बाद बिहार में महागठबंधन में शामिल दलों ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया था.


हालांकि, बात सिर्फ प्रदूषण और मुफ्त बिजली तक नहीं है. दरअसल, बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर गए थे और वहां पर उन्होंने कई दलों के नेताओं से मुलाकात की थी. सूत्रों की मानें तो दिल्ली दौरे के दौरान नीतीश कुमार को अरविंद केजरीवाल से उतनी तवज्जो नहीं मिली थी जितनी वो उम्मीद कर रहे थे.


केजरीवाल ने दिया नीतीश को झटका
इसके बाद से ही जेडीयू और आप के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस बीच, एक इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि वो किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसका साफ मतलब है कि वो नीतीश कुमार की मुहिम में शामिल होने के बजाए एकला चलो की रणनीति पर काम कर रहे हैं.


(इनपुट-नवजीत कुमार)