पटनाः Ashwini Choubey Reading Ramcharit Manas: बिहार में अलग-अलग मुद्दों पर जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ बक्सर में किसानों का प्रदर्शन और उन पर पुलिस की बर्बरता का मामला छाया हुआ है तो दूसरी ओर, शिक्षा मंत्री का रामचरित मानस के खिलाफ दिया गया बयान भी सुर्खियों में है. भाजपा इन दोनों मामलों में राज्य सरकार को लगातार घेर रही है. नेताओं की बयानबाजियां जारी हैं. इसी बीच केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने ऐसा कदम उठा लिया है, जिसे बिहार में चर्चित रामचरित मानस मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है. 


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अनशन पर बैठ गए केंद्रीय मंत्री
असल में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास अनशन पर बैठ गए इस दौरान केंद्रीय मंत्री रामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री के मानस पाठ पर बैठने के इस अनोखे विरोध और अनशन को शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के दिए बयान से जोड़कर देखा जा रहा है. शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को जातिगत भेदभाव और नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था.


उधर, केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे गुरुवार को बनारपुर गांव में उग्र प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार हुए थे. वह पावर प्लांट का विरोध कर रहे किसानों से मिलने चौसा के बनारपुर गांव पहुंचे थे. यहां मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों को लाठीचार्ज करके हटा दिया गया था और इसके बाद रात में उनके घरों में घुसकर लाठीचार्ज हुआ था. भाजपा शिक्षा मंत्री के बयान और पावर प्लांट दोनों ही मुद्दों का विरोध कर रही है.