Bihar News: बचपन बचाओं आंदोलन की सूचना ने दो नाबालिग बच्चियों को बचाया बाल विवाह से
बचपन बचाओ आंदोलन की सूचना पर दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के पकाही गांव में 2 नाबालिग बच्चियों का बाल विवाह रविवार को रुकवाया गया. इस संबंध में बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक अर्जित अधिकारी के द्वारा पत्र के माध्यम से सूचना जिला प्रशासन को दी गई थी.
दरभंगा: बचपन बचाओ आंदोलन की सूचना पर दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के पकाही गांव में 2 नाबालिग बच्चियों का बाल विवाह रविवार को रुकवाया गया. इस संबंध में बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक अर्जित अधिकारी के द्वारा पत्र के माध्यम से सूचना जिला प्रशासन को दी गई थी. बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक परियोजना अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी ने अनुमंडलीय पदाधिकारी बिरोल एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी कुशेश्वरस्थान से बाल विवाह को रुकवाने के लिए वार्ता की. जिसके बाद अनुमंडलीय पदाधिकारी बिरोल के निर्देशन में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष के द्वारा बाल विवाह को रुकवाया गया.
विवाह उन्मूलन के लिए कानूनी कार्रवाई जरूरी
बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक अर्जित अधिकारी ने बताया कि बाल विवाह को सफलतापूर्वक रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई जरूरी है. हमने अनुमंडलीय पदाधिकारी से उक्त मामले में मांग किया है कि बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत उक्त बाल विवाह की रोकथाम के लिए निषेध ऑर्डर जल्द से जल्द जारी करने के लिए पहल करें. बिहार में बाल विवाह के रोकथाम के लिए कानूनी कार्रवाई बहुत जरूरी है लेकिन देखा गया है कि कानूनी कार्रवाई के अभाव के कारण लोगों का मनोबल बढ़ता जा रहा है और आज भी बाल विवाह जैसे घिनौने अपराध समाज में हो रहे हैं. राज्यभर के सभी जिला में बाल विवाह की रोकथाम हेतु अनुमंडलीय पदाधिकारी को बाल विवाह निषेध अधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी नामित किया गया है.
14 एवं 15 साल की है किशोरी
बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक परियोजना अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी ने बताया कि बालिका के परिजन ने समस्तीपुर जिला में दोनों 14 एवं 15 वर्ष की नाबालिग बच्चियों की शादी तय कर दी थी. पांच दिसंबर को शादी होने वाली थी. लेकिन बचपन बचाओ बचाओ आंदोलन की सूचना एवं जिला प्रशासन की तत्परता से गांव में पहुंचकर बालिका की शादी रोकथाम के लिए पहल की गई है. उन्होंने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा देशभर में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है . जिसमें 16 अक्टूबर को बाल विवाह के खिलाफ देशव्यापी अभियान में मिथिला क्षेत्र सहित बिहार राज्य के लाख की संख्या में छात्राएं ,महिलाएं , युवा, समाजसेवी, ग्रामीण लोगों ने बाल विवाह जैसे कुरुतियो के समाप्ति हेतु संकल्प लिया था.