Ranchi: भारत सरकार के केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने गुरुवार को रांची का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक जंगल में दो शेर नहीं होता है. यह सरकार अस्थाई है 5 महीना में आप देख लीजिए, 3 विकेट सरकार का गिर गया, रन नहीं बना,मैं दावा करता हूं कि बिहार सरकार दो-तीन महीने के अंदर एक बार फिर गिर जाएगी.  


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इस वजह से हुआ है झारखंड दौरा 


झारखंड दौरे को लेकर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि झारखंड का दौरा इसलिए किया जा रहा है कि देश के आजादी का 75 साल हो चुका है और भारत सरकार की जो योजना है, 1 साल में 1000000 रोजगार देना उसी के कारण में प्रत्येक माह 75000 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. पूरे देश में 66 जगहों पर युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. उसी क्रम में मैं रांची में रहूंगा, जहां माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश में रोजगार दिया जाएगा. 


आशाओं पर खरी नहीं उतरी झारखंड सरकार


झारखंड सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई नेतृत्व में बिहार झारखंड अलग हुआ था, जिस उद्देश्य के साथ झारखंड को अलग किया गया, उस आशा उम्मीद के साथ झारखंड पर खड़ी नहीं उतर रही है. लोगों का विश्वास इस सरकार से उतर गया. आईएस जेल में है, मुख्यमंत्री से ईडी में पूछताछ किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि जेल में है, इस राज्य में आदिवासी पिछड़ा दलित लोगों के स्वाभिमान पर खड़ी नहीं उतरी सरकार ।


झारखंड सरकार कर रही है दोषारोपण 


उन्होंने आगे कहा कि कभी कोई चोर अपने आप को चोर नहीं कहता है. वह हमेशा कहता है कि एसपी ने मुझे फंसा दिया या पुलिस में फंसा दिया. उसी की तरह झारखंड में वर्तमान सरकार एक दूसरे पर आरोप लगा रही है. झारखंड में जिस तरह राज्य सरकार बार-बार आरोप लगा रही है कि केंद्र में एनडीए की सरकार है इसलिए राज्य सरकार को परेशान किया जा रहा है. जैसी करनी वैसी भरनी. इसमें भारत सरकार का कोई लेना देना नहीं है, अवैध खनन हुआ तो यह कार्रवाई हो रही है.


जनता सब देख रही है


जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार में पशुपालन घोटाला हुआ तो उस पर कार्रवाई हुई थी. उस समय तो केंद्र में भाजपा सरकार नहीं थी. आज झारखंड में अवैध खनन हो रहा है तो उस पर कार्रवाई हो रही है. लालू को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब लालू देश के रेल मंत्री थे तो नौकरी के नाम पर हजारों लोगों से रुपए ठगे और जमीन लिया तो लालू और तेजस्वी को जवाब देना चाहिए कि इतनी संपत्ति कैसे आपके पास आई. आपने गलत काम किया, रेलवे की जमीन से होटल को दे दिया. आपने संपत्ति बनाई. यह पूरी दुनिया जानती है कि रेलवे और पशुपालन में घोटाला हुआ. इस पर कितना भी पर्दा डालिए जनता सब देख रही है.


गठबंधन को लेकर कही ये बाद 


गठबंधन को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि  गठबंधन हुआ है. यह गठबंधन क्या आपको सही लग रहा है? मैं नितीश सरकार में कैबिनेट में मंत्री भी रहा हूं, 2017 में नीतीश बीजेपी को छोड़कर आरजेडी गठबंधन में चले गए और जब उनको सफलता नहीं मिली तो वो वापस आ गए. नीतीश ने बयान दिया था कि जब तक मैं राजनीति में रहूंगा मैं दोबारा कभी आरजेडी गठबंधन में नहीं जाऊंगा. चुनाव हुआ बिहार की जनता ने एनडीए गठबंधन को अपना मत दिया और उसमें एनडीए गठबंधन भाजपा बड़ी पार्टी होने के बावजूद भी नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया गया. पर नीतीश कुमार फिर पलट गये, और उनको उधर से सपना दिखाया गया कि आप प्रधानमंत्री बन रहे हैं. 


 



5 महीने में गिर जाएगी बिहार सरकार


बिहार सरकार को लेकर उन्होंने दावा किया कि  एक जंगल में दो शेर नहीं होता है, यह सरकार अस्थाई है 5 महीना में आप देख लीजिए. 3 विकेट सरकार का गिर गया है और रन नहीं बना है. मैं दावा करता हूं कि बिहार सरकार दो-तीन महीने के अंदर एक बार फिर गिर जाएगी.


केसीआर की बैठा को लेकर उन्होंने कहा कि CM नीतीश कुमार 17 साल तक बिहार के मुख्यमंत्री रहें हैं और इस दौरान उन्होंने कभी भी अकेले बहुमत नहीं जुटाया है और वो खुद को प्रधानमंत्री पद का दावेदार मान रहे हैं. उन्हें बैठक में भी नहीं बुलाया गया है. आप समझ सकते हैं कि वो एक असंभव सपना देख रहे हैं.