Patna: बिहार के हजारों छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. दरअसल, यहां तीन साल से लंबित पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप को फिर से शुरू कर दिया गया है. बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप को जारी किया है. इसके चलते अगले 15 दिनों में 170 करोड़ 93 लाख रुपए की राशि छात्रों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी. SC/ST, OBC और EBC के 3 लाख 22 हजार 785 छात्रों को इसका लाभ मिलेगा. वहीं, पैसे के आभाव जो बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं, उनके लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप वरदान साबित होगी.


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पिछले तीन साल से लंबित थी स्कॉलरशिप राशि
बता दें कि केंद्रीय पोर्टल में तकनीकी समस्या आने के कारण राशि हस्तांतरण नहीं हो रहा था. स्कॉलरशिप राशि पिछले तीन सालों से लंबित थी, जिसके कारण बच्चों को दिक्कत हो रही थी. इसे देखते हुए बिहार सरकार ने NIC के सहयोग से खुद का नया पोर्टल बनाया. मंत्री विजय चौधरी और मंत्री संतोष सुमन ने संयुक्त रूप से नए पोर्टल का शुभारंभ किया. 


सभी बैक लॉग को दूर किया जाएगा
स्कॉलरशिप जारी करने और पोर्टल के शुभारंभ करने के बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने पिछड़ा, अतिपिछड़ा, SC/ST कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि नए प्रभावकारी योजना का शुभारंभ हो चुका है, यह बड़ी शुरुआत है. मैट्रिक स्कॉरशिप से सरकार गरीब बच्चों को सहायता करेगी. नए पोर्टल से इस योजना का लाभ बच्चे सही समय पर ले पाएंगे. 


उन्होंने कहा कि सीएम के निर्देश पर बिहार की परिस्थितियों के हिसाब से इस पोर्टल का डिजाइन किया गया है. शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सबसे पहले सभी बैक लॉग को दूर किया जाएगा और 2018-19 के बाद के लिए आवेदन किया जाएगा.


DBT करने के लिए बेस्ट पोर्टल
शिक्षा विभाग अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉरशिप के लिए स्टेट पोर्टल होना चाहिए था. काफी कम समय मे पोर्टल को विकसित किया गया है. संजय कुमार ने कहा कि यह डीबीटी करने के लिए बेस्ट पोर्टल साबित होगा. अब स्कॉर्लशिप सही समय पर सही बच्चे को मिले यही हमारी कोशिश है. नए पोर्टल से बिहार और बिहार के बाहर पढ़ने वाले बच्चे को फायदा होगा. 


गरीब बच्चों को मिलेगा फायदा
योजना को लेकर मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि वैसे गरीब बच्चे जो पैसे के अभाव में पढ़ नहीं पाते थे, उन्हें इसका लाभ मिलेगा. इस योजना से गरीब बच्चों को काफी फायदा मिलेगा. पिछड़े और दलित के बच्चों के लिए छात्रवृति सपने की उड़ान जैसा है.


(इनपुट- नवजीत)