Bihar Teacher EPF : बिहार शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि राज्य के लगभग 4 लाख नियोजित शिक्षकों को अब ईपीएफ (कर्मचारी भविष्य निधि) का लाभ मिलने का रास्ता स्पष्ट हो गया है. इसके संबंधित निर्देश को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया है.


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बता दें कि ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय ने निर्देश दिया है कि नियोजित शिक्षकों को भविष्य निधि का लाभ उनके वास्तविक योगदान की तिथि से देने के लिए अग्रेतर कार्रवाई करने के लिए अफसरों को निर्देश दिया गया है. इसके लिए भागलपुर क्षेत्र में जमुई, मुंगेर, भागलपुर, बांका, शेखपुरा, लखीसराय, खगड़िया, कटिहार, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया और किशनंगज के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को निर्देश दिया गया है.


इस निर्देश के अनुसार इस पूरे प्रक्रिया को दस दिनों के भीतर पूरा करना होगा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. ईपीएफओ ने अफसरों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सभी नियोजित शिक्षकों को उनके योगदान की तिथि से ही भविष्य निधि का लाभ मिलना चाहिए. हालांकि, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इससे स्पष्ट है कि सरकार ने नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा प्राप्त करने के बाद उनके योगदान की तिथि से ही भविष्य निधि का लाभ मिलने का निर्णय लिया है.


शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि इस फैसले से शिक्षकों को लाभ होगा, लेकिन विभाग के कुछ अधिकारी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे. सरकार ने पहले ही नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ का लाभ दिया था, लेकिन उनकी योगदान की तिथि को संदिग्ध बनाया जा रहा है.


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