Patna: पूर्व सांसद आनंद मोहन ने आज मुख्यमंत्री आवास पर CM नीतीश कुमार से मुलाकात की है. रिपोर्ट्स की मानें तो आनंद मोहन ने जाति आधारित गणना को लेकर CM नीतीश कुमार से ये मुलाकात की है. पूर्व सांसद आनंद मोहन का कहना है कि सरकार ने जाति आधारित गणना करवा कर अच्छा काम किया है, लेकिन जारी की गई रिपोर्ट में कुछ गलतियां हैं, जिसमे सुधार की जरूरत है. इसी को लेकर सीएम नीतीश कुमार से आनंद मोहन ने मुलाकात की है. सूत्रों की मानें तो उन्होंने रिपोर्ट में आई त्रुटियों में सुधार लाने की मांग CM नीतीश से की है. 


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इससे पहले जाति आधारित गणना को लेकर खगड़िया में मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बिहार सरकार की तारीफ की थी. उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा था कि सरकार ने इसे कराकर अच्छा काम किया है, लेकिन इसमें कुछ त्रुटि है, जिसमे सुधार किया जाना चाहिए.  जाति आधारित गणना, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति को देखते होनी थी लेकिन इसमें कुछ चूक हो गई है. 


उन्होंने आगे कहा कि 1931 की गणना के बाद से आज के समय में काफी कुछ  सामाजिक परिदृश्य बदलाव हुआ है, जो गरीब थे आज उनकी आर्थिक हालत बेहतर है. जो पहले जमींदार थे, उसमे से कुछ लोगों की हालात अब ख़राब हो गई है. ये सभी बातें को लेकर CM नीतीश कुमार से बात करूंगा. 


जाति आधारित गणना पर सुशील मोदी ने उठाए सवाल


पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि न्यायालय में शपथपत्र देकर जब राज्य सरकार ने जातीय सर्वे के व्यक्तिगत आंकड़े सार्वजनिक नहीं करने की बात कही धी, तब उपेंद्र कुशवाहा के परिवार के आंकड़े जारी होना कई सवाल खड़े करता है. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदीने कहा कि सर्वे में फर्जीबाड़ा होने और कई जातियों की संख्या बहुत कम या बहुत ज्यादा दर्ज करने की शिकायतों को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जातीय सर्वे को पूरी तरह त्रुटिहीन और प्रमाणिक बता कर मुख्यमंत्री सारी गड़बड़ियों पर पर्दा डाल रहे हैं.